सावधान! देश में चल रहे नकली नोट, RBI के मानकों से ऐसे कर सकते हैं पहचान

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नई दिल्ली। जाली नोट और इसकी तस्करी करने वालों से सावधान रहें। नोटबंदी के बाद कहा गया था कि जाली नोट के मामले कम हो जाएंगे, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखकर लग रहा है कि जाली नोटों का कारोबार एक बार फिर पांव पसार रहा है। पहले मुजफ्फरपुर में 11.50 लाख रुपए के जाली नोट पकड़े गए। इसके ठीक एक दिन बाद मधुबनी में 13 लाख के जाली नोट पकड़ाए।

ऐसे में ग्राहकों को सावधान रहने की जरूरत है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ 500 के नोट ही जाली होंगे। 100 और 200 के नोट भी काफी संख्या में हैं, जो नकली है। ऐसे में इसे पकड़ना काफी मुश्किल है। जाली नोट और असली नोट में काफी समानताएं हैं। इसे आसानी से पकड़ना थोड़ा कठिन है। भास्कर आपको एक्सपर्ट की मदद से समझाएगा कि कैसे इस तरह की नोटों की पहचान करें।

इन मानकों का रखें ध्यान

अधिवक्ता और बैंकिंग-GST मामलों के एक्सपर्ट मृत्युंजय कुमार कहते हैं कि RBI द्वारा नकली नोट और असली नोटों के बीच कुछ मानक तय किए गए हैं। इसमें सबसे पहले है सिल्वर पट्टी। असली नोट में सिल्वर पट्टी को गौर से देखने पर और नोट को हिलाने पर इसका रंग बदलता है। जबकि, नकली नोट में यह एक सामान रहता है।

500 रुपए के नोटों की ऐसे करें पहचान?
500 रुपए का नोट हाथ में लगने से पहले उसकी पहचान होनी बहुत जरूर है कि वो असली है या नहीं. RBI ने नोट की पहचान करने के लिए 17 पहचान चिन्ह बताए हैं. इन चिन्ह को देखकर आप भी 500 रुपए या 2000 रुपए के असली और नकली नोट की पहचान कर सकते हैं. इनमें फर्क काफी मामूली होता है, लेकिन अगर गौर करेंगे तो पहचान आसान होगी.

ऐसे करें असली 500 रुपए के नोट की पहचान
नोट को अगर किसी लाइट के सामने रखेंगे, तो इस जगह पर 500 लिखा हुआ नजर आएगा.
आंख के सामने 45 डिग्री के एंगल से नोट को रखने पर इस जगह पर 500 लिखा हुआ नजर आएगा.
इस जगह पर देवनागरी में 500 लिखा दिखाई देगा.
महात्मा गांधी की तस्वीर को एकदम सेंटर में दिखाया गया है.
भारत और India के लेटर्स लिखे दिखाई देंगे.
नोट को हल्का मोड़ेंगे तो सिक्योरिटी थ्रीड के कलर का कलर हरा से नील में बदलता हुआ नजर आएगा.
पुराने नोट की तुलना में गवर्नर के सिग्नेचर, गारंटी क्लॉज, प्रॉमिस क्लॉज और RBI का लोगो दाहिनी तरफ शिफ्ट हो गया है.
यहां महात्मा गांधी की पिक्चर है और इलेक्ट्रोटाइप वाटरमार्क भी दिखेगा.
ऊपर में लेफ्ट साइड और नीचे में राइट साइड नंबर बाएं से दाएं की तरफ बड़े होते जाते हैं.
यहां लिखे नंबर 500 का रंग बदलता है. इसका कलर हरा से नीला हो जाता है.
राइट साइड अशोक स्तम्भ है.
राइट साइड सर्कल बॉक्स, जिसमें 500 लिखा है, राइट और लेफ्ट साइड की तरफ 5 ब्लीड लाइंस हैं और अशोक स्तम्भ के प्रतीक, महात्मा गांधी की पिक्टर, जो रफली प्रिंट की गई हैं.
नोट की छपाई का साल लिखा हुआ है.
स्लोगन के साथ स्वच्छ भारत का लोगो प्रिंट है.
सेंटर की तरफ लैंग्वेज पैनल है.
भारतीय ध्वज के साथ लाल किले की पिक्चर प्रिंट है.
देवनागरी में 500 प्रिंट है.

बॉर्डर से तस्करी का बना है चेन

बता दें, जाली नोटों की तस्करी नेपाल और बांग्लादेश बॉर्डर से होती है। यहां से एक चेन बना है, जो विभिन्न रास्ते से होते हुए बाजार तक पहुंचता है। SSP जयंतकांत ने बताया, ‘ग्राहकों को सावधानी बरतने की जरूरत है। खासकर जो ग्रामीण इलाकों के दुकानदार या छोटे व्यवसायी हैं। तस्कर ज्यादातर नोट छोटे मार्केट में ही खपाते हैं। इसलिए RBI की जो गाइडलाइन है, उसे हर हाल में फॉलो करें।