ना प्रधानमंत्री, ना राष्ट्रपति; असदुद्दीन ओवैसी ने नई संसद के उद्घाटन के लिए सामने रखा ये नया नाम

Neither the Prime Minister nor the President; Asaduddin Owaisi put forward this new name for the inauguration of the new parliament
Neither the Prime Minister nor the President; Asaduddin Owaisi put forward this new name for the inauguration of the new parliament
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Asaduddin Owaisi on New Parliament Building: कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है. अब इसमें एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का भी नाम जुड़ गया है, जिन्होंने पीएम द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन पर सवाल उठाया है. इसके साथ ही उन्होंने नए संसद भवन का उद्घाटन के लिए अन्य विपक्षी दलों से अलग बयान दिया है और उद्घाटन ओम बिड़ला (Om Birla) से कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को संसद का उद्घाटन नहीं करना चाहिए. यह नियमों का सीधा उल्लंघन है.

असदुद्दीन ओवैसी ने दिया ये तर्क
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) हमारी पार्टी का ऑब्जेक्शन है कि लोकसभा में थ्योरी ऑफ सेप्रेशन ऑफ पावर भारत के संविधान का हिस्सा है. अगर प्रधानमंत्री नई संसद का उद्घाटन करेंगे तो ये संविधान का उल्लंघन होगा. इसके साथ ही ओवैसी ने कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति को भी नहीं करना चाहिए. ओवैसी ने कहा कि अगल नई संसद का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला करते हैं तो उनकी पार्टी समारोह में शामिल होगी. अगर पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे तो उनकी पार्टी इसका विरोध करेगी.

सरकार ने विपक्ष से की पुनर्विचार की अपील
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने वाले 19 विपक्षी दलों से सरकार ने पुनर्विचार की अपील की है. सरकार ने विपक्ष के कदम को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि अपने फैसले पर पुनर्विचार करते हुए उद्घाटन समारोह में शामिल हों. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने कहा, ‘बहिष्कार करना और गैर-मुद्दे को मुद्दा बनाना सर्वाधिक दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं उनसे इस फैसले पर पुनर्विचार करने और समारोह में शामिल होने की अपील करता हूं.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को संसद भवन का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया है, क्योंकि वो संसद के संरक्षक हैं.

विपक्ष ने की राष्ट्रपति से उद्घाटन कराने की मांग
नए संसद भवन के उद्घाटन का मुद्दा राजनीति के गलियारों में इन दिनों विवाद का नया मुद्दा बन गया है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर लगातार सरकार पर हमले कर रही है और विपक्ष ने नए संसद भवन के उद्घाटन पर एक संयुक्त बयान जारी किया है. विपक्ष ने एक साझा बयान जारी करते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन करने का फैसला लोकतंत्र पर सीधा हमला है. 19 विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को बायकॉट किया है. विपक्ष का कहना है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) को पूरी तरह से दरकिनार कर पीएम मोदी खुद संसद भवन का उद्घाटन कर रहे हैं, जो किसी तरह से उचित नहीं है. लोकतंत्र की आत्मा को संसद से खत्म कर दिया गया है.

विपक्ष के सवालों पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिया जवाब
नए संसद भवन (New Parliament Building) के उद्घाटन पर विपक्ष के उठाए जा रहे सवालों पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने जवाब दिया है और कहा है कि कुछ लोगों को राजनीतिक रोटियां सेंकने की आदत पड़ गई है. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 24 अक्टूबर 1975 को संसद की एनेक्सी इमारत का उद्घाटन किया था. इसके बाद राजीव गांधी ने 15 अगस्त 1987 को संसद लाइब्रेरी की नींव रखी थी.