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Chanakya Niti: जाने-अंजाने में इंसानों से अकसर ऐसी भूल हो जती है जिसका सीधा असर उनके जीवन पर पड़ता है. आस्था में विश्वास रखने वाले दिग्गजों ने इंसानों को कई बुरी आदतों से दूर रहने और कुछ अच्छी आदतों को अपनाने के लिए कहा है. आचार्य चाणक्य ने ऐसी कई बातों का जिक्र अपनी चाणक्य नीति में किया है जिसे अफना कर एक इंसान सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है. आचार्य चाणक्य को कौन नहीं जानता है. उनकी अर्थशास्त्र, कूटनीति और राजनीति के क्षेत्र में कुशलता से पूरी दुनिया वाकिफ है. उनकी चाणक्य नीति को असंख्य लोग अपने जीवन में अनुसरण करने की कोशिश करते हैं. आचार्य ने चाणक्य नीति में चार ऐसे कामों का जिक्र किया है जिसके बाद स्नान करना बेहद जरूरी है. ऐसा नहीं करने पर दुर्भाग्य, इंसान का पीछा नहीं छोड़ता. आइये आपको बताते हैं इन काम के बारे में…
तेल मालिश के बाद न भूलें नहाना
तेल मालिश लगभग सभी को पसंद है. शरीर की थकान और लंबी यात्रा के बाद लोग शरीर का तेल से मसाज लेना पसंद करते और इससे आराम भी मिलता है. आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में कहा है कि तेल मालिश के बाद स्नान जरूर करना चाहिए. क्योंकि तेल मालिश के बाद शरीर के छिद्रों से पसीना निकलता है और इससे रक्त का संचार बढ़ जाता है. ऐसे में नहाने से शरीर का तापमान और रक्त संचार दोनों ही जरूरत के हिसाब से रहते हैं.
श्मशान घाट से लौटने पर स्नान जरूरी
हिन्दू धर्म में मौत के बाद शरीर का अंतिम संस्कार नदी के किनारे या घाट पर किया जाता है. ऐसे में भारी संख्या में लोग शवयात्रा में शामिल होते हैं और मृत शरीर के पंचतत्व में विलीन होने के बाद घर पर आकर या वहीं नदी में नहाने का विधान है. ऐसा इसलिए है क्यों कि मरने के बाद मृत शरीर के आस-पास तमाम तरह के कीटाणु पैदा होते हैं जो कि शवयात्रा में शामिल होने वालों के शरीर और कपड़ों पर चिपक जाते हैं. ये स्वास्थय पर बुरा असर डाल सकते हैं. इसलिए श्मशान से आने के बाद कपड़ा घर के बाहर की उतार देते हैं और नहाकर ही घर में प्रवेश करते हैं.
शारीरिक संबंध के बाद स्नान जरुरी
चाणक्य नीति में यह भी कहा गया है कि शारीरिक संबंध बनाने के बाद नहाना बेहद जरूरी होता है. महिला या पुरुष जब भी शारीरिक संबंध बनाते हैं तो शरीर अशुद्ध हो जाता है. शारीरिक संबंध के बाद वक्त बिताए बिना स्नान करना चाहिए. निरोगी काया के लिए शरीर का स्वच्छ होना जरूरी है. शारीरिक संबंध के बाद शरीर में संक्रमण भी फैल सकता है जिसके लिए नहाना बहुत जरूरी होता है.
बाल कटवाने के बाद भी नहाना चाहिए
चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने कहा है कि बाल कटवाने के बा नहाना जरूरी होता है. ऐसा नहीं करने से इंसान कई मुश्किल में फंस सकता है. बाल कटवाने के बाद छोटे-छोटे बाल शरीर से चिपके रहते हैं. गलती से अगर से पेट के अंदर चले जाएं स्वास्थ्य से जुड़ी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इतना ही नहीं इससे शरीर के अंदर खतरनाक संक्रमण भी फैल सकता है.