
देहरादून: देशभर में बढ़ रहे इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट-एच3एन2 के मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक विनीता शाह ने अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों से पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन बेड, वार्ड, आईसीयू, वेंटीलेटर आदि की व्यवस्था करने को कहा है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह ने कहा है कि अस्पतालों में इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट-एच3एन2 के मरीजों की सघन निगरानी की जाए। हर मरीज की आईएचआईपी पोर्टल में एंट्री की जाए। अस्पतालों में दवाईयों, मास्कों की कमी न हो। जागरूकता अभियान आईईसी के माध्यम से चलाए जाएं। तीन दिन में डेथ ऑडिट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से दें।
डॉक्टरों के मुताबिक, इन दिनों इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट-एच3एन2 के लक्षण वाले मरीजों की भरमार है। दून अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल में डॉक्टरों के पास पहुंच रहा हर दूसरा मरीज इन्हीं लक्षणों वाला है। रुड़की में ऐसे लक्षणों वाले 30 प्रतिशत मरीज सिविल अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल टिहरी के सीएमएस डा. अमित राय ने बताया कि रोजाना 70 से 80 मरीज खांसी-जुकाम के अस्पताल पहुंच रहे हैं। कुमाऊं मंडल के अस्पतालों में भी बुखार, खांसी, जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
दून में एडवाइजरी जारी
देहरादून सीएमओ डा. संजय जैन ने लोगों से मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है। दून अस्पताल में मेडिसन एचओडी डा. नारायणजीत ने बताया कि सांस की समस्या से ग्रसित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। अभी किसी भी मरीज में इस वायरस की पुष्टि नहीं हुई है।
याद आया लॉकडाउन
इंफ्लूएंजा-ए के खतरे को देखते हुए जिस तरह अलर्ट का ऐलान किया गया है, लोगों को कोविड के दौर का लॉकडाउन याद आ गया। मास्क लगाने और बाहर ना निकलने की पाबंदियों के बीच लोगों का जीवन मुश्किल हो गया था। बुखार, खांसी और जुकाम के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए डॉक्टरों ने मास्क लगाने की सलाह भी दी है।