- दिल टूट गया, मेहनत बेकार हुई… हरियाणा चुनाव के नतीजों पर छलका कुमारी सैलजा का दर्द - October 14, 2024
- हरियाणा में INLD के सामने अस्तित्व बचाने का संकट, छिन सकता है पार्टी सिंबल - October 14, 2024
- हरियाणा में यूं ही नहीं 17 को शपथ ले रही बीजेपी सरकार, इसके पीछे छिपा है बड़ा सियासी संदेश - October 14, 2024
विदेशों में कमजोरी के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में मंगलवार को तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट बनी रही. सरसों, सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन और बिनौला तेल कीमतों में गिरावट दर्ज हुई. दूसरी ओर मूंगफली तेल-तिलहन के भाव पहले के स्तर पर बने रहे.
बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया और शिकॉगो एक्सचेंज में फिलहाल गिरावट का रुख है. सूत्रों ने कहा कि हमें सूरजमुखी और सोयाबीन जैसे ‘सॉफ्ट आयल’ पर विशेष ध्यान देना होगा जो देशी तेल- तिलहनों पर असर डालते हैं. इनके भाव टूटे पड़े हैं. बाजार आयातित तेल से पटा है और अपनी जरूरत के लगभग 60 प्रतिशत आयात पर निर्भर भारत में यहां के किसानों की तिलहन उपज और उससे बने खाद्य तेल बाजार में खपने की स्थिति में न हो, इससे बड़ी बिडंबना और क्या हो सकती है.
सूत्रों ने कहा कि देश में सूरजमुखी बीज का भाव एमएसपी 6,400 रुपये क्विंटल (मंडी खर्च और वारदाना अलग से) के हिसाब से इसका तेल हमें पेराई के बाद 135 रुपये लीटर पड़ता है. जबकि आयात किया हुआ सूरजमुखी तेल का भाव है 89 रुपये लीटर. इस 6,400 रुपये क्विंटल बैठने वाले देश सूरजमुखी तेल का 4,200 रुपये क्विंटल पर भी कोई लिवाल नहीं है. यह स्थिति देशी तेल उद्योग और किसानों को नुकसान पहुंचा सकती है.
तेल के दाम-
सूत्रों ने कहा कि लगभग दो महीने पहले सूरजमुखी तेल का दाम कच्चे पामतेल (सीपीओ) से लगभग 40 रुपये प्रति लीटर महंगा था. वह अब घटकर मात्र 10-12 रुपये लीटर महंगा रह गया है. यह स्थिति सभी नरम तेलों पर आयात शुल्क लगाये और बढ़ाये जाने की मांग करती है और इसपर तत्काल कदम उठाने की जरुरत है. सूत्रों ने कहा कि होली के बाद मंडियों में सरसों की आवक बढ़कर 14-15 लाख बोरी हो सकती है जो आज लगभग 10 लाख बोरी की रही. अगर मौजूदा सस्ते आयातित तेलों पर लगाम नहीं लगी तो सरसों की दो लाख बोरी भी नहीं खपेगी.
– सरसों तिलहन – 5,370-5,420 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल..
– मूंगफली – 6,825-6,885 रुपये प्रति क्विंटल..
– मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 16,700 रुपये प्रति क्विंटल..
– मूंगफली रिफाइंड तेल 2,560-2,825 रुपये प्रति टिन..
– सरसों तेल दादरी- 11,150 रुपये प्रति क्विंटल..
– सरसों पक्की घानी- 1,765-1,795 रुपये प्रति टिन..
– सरसों कच्ची घानी- 1,725-1,850 रुपये प्रति टिन..
– तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल..
– सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 11,900 रुपये प्रति क्विंटल..
– सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 11,500 रुपये प्रति क्विंटल..
– सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,200 रुपये प्रति क्विंटल..
– सीपीओ एक्स-कांडला- 9,050 रुपये प्रति क्विंटल..
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,950 रुपये प्रति क्विंटल..
– पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,500 रुपये प्रति क्विंटल..
– पामोलिन एक्स- कांडला- 9,550 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल..
– सोयाबीन दाना – 5,300-5,430 रुपये प्रति क्विंटल..
– सोयाबीन लूज- 5,040-5,060 रुपये प्रति क्विंटल..
– मक्का खल (सरिस्का)- 4,010 रुपये प्रति क्विंटल.