
बंगाल और महाराष्ट्र में रामनवमी के एक दिन बाद शुक्रवार को फिर हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने हावड़ा और संभाजीनगर में मंदिरों पर पत्थरबाजी की। देशभर में गुरुवार को रामनवमी के मौके पर राज्यों में हिंसा और आगजनी की खबरें भी सामने आई थीं। गुजरात के बडोदरा, महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर-जलगांव, पश्चिम बंगाल के हावड़ा-इस्लामपुर और लखनऊ में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं।
सासाराम में नवरात्र विसर्जन शोभायात्रा के बाद पथराव, दो पुलिसकर्मी घायल
सासाराम में नवरात्र विसर्जन शोभायात्रा के बाद पथराव, दो पुलिसकर्मी घायल, 2 अप्रैल को होनी है अमित शाह की रैलीसासाराम में शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में विवाद के बाद पथराव हो गया जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात करके धारा 144 लगा दी गई है। दो दिन बाद अमित शाह की रैली होनी है।
अब तक तीन राज्यों में हिंसा के केस में 80 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें गुजरात में 24, महाराष्ट्र में 20 और बंगाल में 36 लोग शामिल हैं। पुलिस इन इलाकों में लगातार गश्त कर रही हैं। अभी हालत सामान्य हैं। बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैंने पहले ही चेताया था कि मुस्लिम इलाकों से शोभायात्रा न ले जाएं, लेकिन भाजपा के लोग जानबूझकर इन इलाकों को टारगेट करते हैं। ये खुद दंगा करवाना चाहते हैं।’ आइए एक-एक राज्य की घटना सिलसिलेवार जानते हैं…
पश्चिम बंगाल: हावड़ा में विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल की शोभायात्रा में पथराव-आगजनी
पश्चिम बंगाल के हावड़ा और उत्तरी दिनाजपुर जिले में गुरुवार को शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प हुई थी। शुक्रवार को एक बार फिर शिबपुर में पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। यहां एक वर्ग ने मंदिरों में तोड़फोड़ की है। इसके बाद पूरे इलाके में पुलिस ने मार्च किया और दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की।
शिबपुर में पत्थरबाजी के बाद भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। अफसर खुद मार्च कर रहे हैं
हिंसा का दूसरा मामला इस्लामपुर शहर के डालखोला का है। यहां भी शोभायात्रा के दौरान दो गुटों में जमकर पत्थरबाजी हुई। इसमें ऐ युवक की मौत हो गई, जबकि पांच-छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि युवक की मौत हिंसा के दौरान हार्ट अटैक से हुई। पुलिस ने आंसू गैस की मदद से लोगों को वहां से हटाया। कुछ लोगों को वहां गिरफ्तार भी किया गया है। अब तक दोनों घटनाओं में 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गुरुवार रात हावड़ा में पुलिस ने हालात पर काबू कर लिया था
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन घटनाओं के लिए सीधे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। ममता ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा,’वे सांप्रदायिक दंगों के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं। उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है।
हावड़ा में ऐसा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?’ ममता ने कहा- ‘उन्होंने मार्ग क्यों बदल दिया? विशेष रूप से एक समुदाय को टारगेट करने और हमला करने के लिए अनधिकृत मार्ग क्यों चुना? भाजपा ने हमेशा हावड़ा, पार्क सर्कस और इस्लामपुर को निशाने पर रखा है।’
महाराष्ट्र: छत्रपति संभाजीनगर में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल; 20 गिरफ्तार
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में बुधवार-गुरुवार रात दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और कई वाहनों में आग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया। हमले में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल हो गए। अब तक 20 लोगों की गिरफ्तार किया गया है। हिंसा रात 11.30 बजे शुरू हुई और तड़के 3.30 बजे तक जारी रही। शुक्रवार को एक बार फिर किराडपुर से लगे इलाके में पत्थरबाजी हुई है।
पुलिस जब हालात पर काबू पाने के लिए पहुंची तो भीड़ ने पथराव किया। पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी
संभाजीनगर के सांसद इम्तियाज जलील ने में कहा कि यहां झड़प शराबियों के दो गुटों में हुई। इन्होंने ही पत्थरबाजी की। राम मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। मंदिर में कोई नहीं गया। इसलिए नागरिकों को अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए। संभाजीनगर में भीड़ को काबू करने के लिए कुछ धर्मगुरुओं को बुलाया गया। लेकिन भीड़ उनकी बात मानने को तैयार नहीं थी।
गुजरात: शोभायात्रा में पथराव, अब तक 24 गिरफ्तार
गुजरात के वडोदरा शहर में गुरुवार को दो जगहों पर रामनवमी शोभायात्रा में पथराव हुआ। पहली घटना फतेहपुरा क्षेत्र के पंजरीगर मोहल्ले के पास दोपहर में हुई, जबकि दूसरी घटना शाम को नजदीकी कुंभरवाड़ा में हुई। पुलिस के मुताबिक, फतेहपुरा क्षेत्र में हुई घटना में कोई घायल नहीं हुआ, जबकि कुंभरवाड़ा में रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव में एक महिला समेत कुछ लोग घायल हो गए। पंजरीगर मोहल्ले के जुलूस का आयोजन विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने किया था। वहीं, दूसरा जुलूस स्थानीय निवासियों द्वारा आयोजित किया गया था।
स्थानीय भाजपा विधायक मनीषा वकील उस जुलूस का हिस्सा थीं, जिस पर कुंभरवाड़ा में पथराव किया गया। विधायक ने कहा, ‘‘जब शोभा यात्रा शांतिपूर्वक गुजर रही थी, तो कुछ लोगों ने अचानक हम पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। कुछ महिलाएं घायल हो गईं। कुछ घायलों ने बताया कि पत्थर पास की छतों से फेंके गए थे। पुलिस का कहना है कि घटना उस समय की है, जब जुलूस एक मस्जिद के निकट पहुंचा और लोगों ने मौके पर पहुंचना शुरू कर दिया। यह सांप्रदायिक दंगा नहीं है। हमने भीड़ को तितर-बितर किया और जुलूस आगे बढ़ा।