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मुजफ्फरनगर। रिमझिम फुहारे के बीच कलेक्ट्रेट में आयोजित किये गये किसान समाधान दिवस का माहौल पूरी तरह से गरमाहट भरा रहा। डीएम उमेश मिश्रा के सामने किसान नेताओं ने जिले में खुलेआम चल रहे भ्रष्टाचार के अनेक मुद्दों को उठाया। भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने तो साफ कह दिया कि जिले का पूरा सिस्टम ही भ्रष्ट हो चुका है और चकबंदी हो या बिजली विभाग, किसी का काम बिना रिश्वत के नहीं हो रहा है। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि एक चकबंदी लेखपाल किसानों को खूब परेशान कर रहा है, हम रिश्वत तो दे देंगे, लेकिन इस लेखपाल को सरेआम जूते से मारेंगे। ऐसे में डीएम ने ऐलान करते हुए कहा कि यदि कोई भी अफसर या कर्मचारी काम के बदले रिश्वत मांगे, तो इसकी शिकायत उनसे करें, शिकायत सही साबित हुई तो 11 हजार रुपये का इनाम वो स्वयं देंगे।
कलेक्ट्रेट स्थित जिला पंचायत के चौधरी चरण सिंह सभागार में बुधवार को किसान समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसमें डीएम उमेश मिश्रा और एसएसपी अभिषेक सिंह के साथ ही अन्य पुलिस व प्रशासनिक तथा जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। यहां किसान संगठनों के नेताओं और किसानों ने पहुंचकर अपनी समस्याओं को उठाया। किसान समाधान दिवस में चकबंदी और बिजली सम्बंधी मामले ज्यादा सामने रखे गये। अन्य मामलों से जुड़ी समस्याओं को भी डीएम के सामने उठाया गया। भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने डीएम से शिकायत करते हुए कहा कि खतौली क्षेत्र के गांव तिगाई में रहने वाले एक आचार्य की बिजली विभाग ने रिकवरी काट दी। जबकि उनको मामले का पता भी नहीं, करीब एक साल पुराना छापा दिखाते हुए आचार्य पर जुर्माना किया और रिकवरी तहसील भेज दी। हाल ही में तहसील से अमीन रिकवरी नोटिस लेकर आचार्य के पास पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ।
गांव चौकड़ा में चल रही चकबंदी के दौरान चकबंदी लेखपाल राजन कुमार किसानों को परेशान कर रहा है। राजू ने कहा कि एक किसान से प्रकरण निपटाने के लिए डेढ़ लाख रुपये राजन ने बतौर रिश्वत मांगे हैं, किसान गरीब है परेशान हो रहा है। उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा कि जिले में ऊपर से लेकर नीचे तक पूरा सिस्टम ही भ्रष्ट हो चुका है। चकबंदी वाले गांवों में महिलाएं अपने जेवर और किसान अपने घेर गिरवी रखकर रिश्वत की रकम जुटाने को विवश हैं। 2016 में चकबंदी प्रक्रिया से परेशान होकर दो किसान आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन व्यवस्था सुधार पर नहीं आ रही है। राजू अहलावत ने डीएम के समक्ष आक्रोश जताते हुए कहा कि हम लेखपाल राजन को डेढ़ लाख रिश्वत में तो दे देंगे लेकिन सार्वजनिक रूप से उसको जूतों से भी पीटा जायेगा। भाकियू के प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान और मंडल युवा अध्यक्ष विकास शर्मा ने भी चकबंदी, बिजली के अनेक मुद्दों को उठाया और जांच व कार्यवाही की मांग की।
किसान नेताओं की बात सुनने के बाद डीएम उमेश मिश्रा ने कहा कि यदि कोई भी कर्मचारी हो या फिर अधिकारी काम के बदले पैसों की डिमांड करता है, तो ऐसे में सीधे उनसे आकर शिकायत की जाये। इसे पूरी तरह से गोपनीय रखा जायेगा। रिश्वत मांगने की पूरी जांच गोपनीय स्तर पर कराई जायेगी और यदि शिकायत सही पाई जाती है तो वो खुद अपने स्तर से शिकायतकर्ता को 11 हजार रुपये का इनाम देकर सम्मानित करेंगे और भ्रष्टाचार करने वाले सरकारी कर्मचारी या अधिकारी के खिलाफ गंभीर कार्यवाही कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि जिले में किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर कराया जायेगा। किसानों को तकनीक आधारित खेती से जोड़ा जायेगा।