हाल ही में, ऑस्कर को लेकर कई तरह की बातें चल रही हैं। देश से भी कई फिल्मों के नाम सामने आए हैं लेकिन देखना ये है कि कौन सी फिल्म भारत को रिप्रेजेंट करती है। ‘आरआरआर’, ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ और ‘गंगूबाई’ जैसी फिल्मों के बारे में चर्चा हुई है, क्योंकि वे अगले साल ऑस्कर में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं। लेकिन, एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि फैंस को अभी ज्यादा एक्साइटेड नहीं होना चाहिए क्योंकि ऑफिशियल तौर पर इसकी घोषणा अभी नहीं हुई है।
सितंबर में होगी घोषणा
एफएफआई के महासचिव सुप्रान सेन कहते हैं, ‘सितंबर की शुरुआत में इसकी प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें भारतीय फिल्म महासंघ (FFI) भारत में सभी फिल्म संघों को आमंत्रण भेज रहा है। जूरी 16 सितंबर से फिल्मों को देखना शुरू करेगी और फिर इसकी घोषणा सितंबर के अंत तक की जाएगी। जो भी फिल्म होगी, अक्टूबर में ऑस्कर के लिए भेजी जाएगी।’
हर तरह की फिल्म पर ध्यान
ऑस्कर के लिए देश की सबसे बेहतर फिल्म खोजने की पूरी प्रक्रिया को तोड़ते हुए एफएफआई के उपाध्यक्ष नितिन एन दातार ने कहा, ‘हमारे पास कोई चयन समिति नहीं है। हम हर साल नए सदस्य जोड़ते हैं, जो सभी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता हैं। जबकि हम इसे तय करने के लिए बहुत सारी फिल्में देखते हैं। हम केवल लोकप्रिय लोगों को ही नहीं, बल्कि पूरे भारत की फिल्मों पर ध्यान देते हैं।’
कौन सी फिल्म मारेगी बाजी?
फिलहाल, राम चरण और जूनियर एनटीआर की फिल्म ‘आरआरआर’, आर माधवन की ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ और विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘गंगूबाई’ हैं, जो ऑस्कर के लिए जा सकती हैं। इस बात से बिजनेस एक्सपर्ट्स भी सहमत हैं। तरण आदर्श ने कहा, ‘ये इस साल कुछ मजबूत दावेदार हैं, क्योंकि वे गजब के हैं और वास्तविक भारत को भी दर्शाते हैं, लेकिन हमें कुछ आश्चर्यों के लिए भी तैयार रहना चाहिए।’