पाकिस्तानी कट्टरपंथी बोलाः एक हाथ में कुरान, दूसरे में एटम बम, झुकेगी सारी दुनिया…

Pakistani fundamentalist said: Quran in one hand, Atom bomb in the other, the whole world will bow down...
Pakistani fundamentalist said: Quran in one hand, Atom bomb in the other, the whole world will bow down...
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इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार का खाता खाली होता जा रहा है। मुल्क डिफॉल्ट होने की कगार पर है और बाकी देशों को पाकिस्तान के परमाणु बमों को लेकर चिंता सता रही है। अगर पाकिस्तान एक मुल्क के रूप में विफल हुआ और वहां आतंकवादी संगठनों ने अपने पैर पसारे तो बड़े पैमाने पर विनाशकारी हथियार गलत हाथों में जा सकते हैं। यह डर पूरी दुनिया का है क्योंकि पाकिस्तान एक कट्टरपंथी देश हैं। पाकिस्तान के कट्टरपंथी नेता परमाणु बम को लेकर किस तरह के इरादें रखते हैं यह सोशल मीडिया पर शेयर एक वीडियो में साफ नजर आ रहा है। वीडियो में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान पार्टी का नेता साद रिजवी जो कह रहा है वह और भी ज्यादा चिंताजनक है।

वीडियो में साद रिजवी कहता है, ‘तुम सदर, वजीर-ए-आज़म, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ और तमाम कैबिनेट को लेकर पाकिस्तानी की अर्थव्यवस्था बचाने के लिए दुनिया में हर किसी के दरवाजे पर जा-जाकर भीख मांग रहे हो। कोई तुम्हें देता है, कोई मना कर देता है और कोई अपनी शर्तें मनवाता है। क्यों जा रहे हो? वे बोले- ‘मुल्क की अर्थव्यवस्था खतरे में है, हम उसे बचाने के लिए जा रहे हैं’। मैंने कहा कि तुम कहते हो पाकिस्तान की सड़कों पर निकलने से कुछ नहीं होता…।’

‘हर शाख पर उल्लू बैठा है…’
रिजवी ने आगे कहा, ‘एक बार बाहर निकलो, कुरान को अपने दाएं हाथ में उठाओ और एटम बम वाले बक्से को बाएं हाथ में उठाओ और फिर कैबिनेट लेकर जाओ… सारी कायनात अगर तुम्हारे कदमों में न आ गई तो मेरा नाम बदल देना।’ यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है। वीडियो को ट्विटर पर रिट्वीट करते हुए पाकिस्तान के प्रोफेसर डॉ. मुक्तेदार खान ने शौक़ बहराइची का एक शेर लिखा, ‘बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी था, हर शाख पर उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा।’

कौन है साद रिजवी?
वीडियो में नजर आ रहा साद रिजवी पाकिस्तान का कट्टरपंथी इस्लामी नेता है। साल 2021 में उसने पाकिस्तान सरकार को धमकी देते हुए कहा था कि अगर पैगंबर मुहम्मद के चित्र बनाने वाले फ्रांस के राजदूत को देश से नहीं निकाला गया तो पूरे मुल्क में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। हालांकि बाद में रिजवी को गिरफ्तार कर लिया गया था। पिता खादिम हुसैन रिजवी के निधन के बाद तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) पार्टी की कमान साद रिजवी के हाथों में आ गई थी।