- इजरायल ने एक साथ तीन देशों पर किया हमला, बरसाईं मिसाइलें, दुनियाभर में बढा तनाव - April 20, 2024
- राजस्थान में 58 प्रतिशत मतदान, इस कम मतदान के मायने क्या है? - April 20, 2024
- पहले चरण के मतदान के बाद भाजपा की बढी टेंशन! वोटिंग प्रतिशत ने किया हैरान - April 20, 2024
नमसाइ। भारतीय सेना ने अनेकों M-777 अल्ट्रा-लाइट हवित्जरों (howitzers) को अरुणाचल प्रदेश में LAC (Line of Actual Control) के करीब पहाड़ी इलाकों के करीब तैनात किया है। अरुणाचल प्रदेश में सेना अपने पक्ष को मजबूत करने में जुट गई है। इस क्रम में लद्दाख सेक्टर के अधिकतर संवेदनशील इलाकों में हवित्जरों को तैनात किया गया है। 30 किमी की मारक क्षमता वाली M-777 को चीन के साथ लगती भारतीय सीमा पर तैनात किया गया है।
दोनों देशों के बीच सीमा पर चल रहा विवाद
पिछले साल मई के महीने से भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद चल रहा है। दोनों देशों के बीच अब तक अनेकों दौर की बातचीत हो चुकी है। इसके बावजूद यह विवाद पूरी तरह से हल नहीं हुआ है। बातचीत के साथ-साथ चीन ने भारत से लगी सीमा में सेना की तैनाती बढ़ाई है। ऐसे में भारत भी रक्षा तैयारियों को मजबूत कर रहा है।
आसानी से ले जाई जा सकती हैं तोपें
बता दें कि M-777 हवित्जर तोप को आसानी से कभी भी चिनूक हेलिकाप्टर्स की मदद से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। M-777 आर्टिलरी गन की अधिकतम रेंज 30 किमी है और बीएई सिस्टम्स द्वारा बनाई गई है। सेना को 2018 में यह मिली थी। बोफोर्स घोटाले के बाद से नई आर्टिलरी गन के लिए 30 साल के इंतजार के बाद सेना को ये तोपें मिली थीं। उल्लेखनीय है कि LAC के संवेदनशील सेक्टर में दोनों देश के 50,000 से 60,000 सेनाओं को तैनात किया गया है।
चीन के साथ लगती भारतीय सीमा पर स्थिति को मजबूत करने के मकसद से M-777 हवित्जर तोपों को तैनात किया गया है। इसकी खासियत यह है कि चिनूक हेलिकॉप्टर से इसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है।