- नशीली आंखों वाली लड़की, सुहागरात के बाद करती हवस का नया खेल, थर-थर कांप रहे कुंवारे - October 14, 2024
- भीषण सड़क हादसा: कार सवार चार बच्चों समेत पांच की मौत, मंजर देख हर कोई सहम गया - October 14, 2024
- ₹2000 के नोट पर आया बड़ा अपडेट… अभी भी लोग दबाए बैठे हैं 7117Cr रुपये, कब होगी वापसी? - October 14, 2024
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में मंगलवार को धनगर समाज ने सड़क पर उतरकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने भीड़ को रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर अडिग रहने का निर्णय किया। अफसरों ने पशुओं को कलेक्ट्रेट में न ले जाने का अनुरोध किया और जानवर वहीं छोड़ दिए गए।
कलेक्ट्रेट पहुंचकर हजारों लोगों ने डीएम कार्यालय के समक्ष धरना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कहा गया कि मुज़फ्फरनगर में तहसील प्रशासन द्वारा धनगर जाति के प्रमाण पत्र नहीं जारी किए जा रहे हैं, जिससे समाज के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। ज्ञापन में यह भी उल्लेखित किया गया कि धनगर जाति 1950 से अनुसूचित जाति की सूची में 27वें नंबर पर है और प्रमाण पत्र जारी किए जाते रहे हैं।
हालांकि, पिछले कुछ समय से प्रमाण पत्र जारी करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। 24 जनवरी 2019 को शासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किए थे, लेकिन तहसील प्रशासन उनके आदेशों का पालन नहीं कर रहा है और आवेदनों को साक्ष्य के अभाव का हवाला देकर निरस्त किया जा रहा है। ज्ञापन में मांग की गई कि तत्काल प्रभाव से प्रमाण पत्र जारी किए जाएं और समाज के लोगों के मौलिक अधिकारों की रक्षा की जाए।