Rajasthan New District: राजस्थान में नए जिलों के गठन को लेकर विशेषाधिकारी (ओएसडी) व कलेक्टरों की टीम ने लगभग सीमांकन तय कर लिया है। नए जिलों में शामिल तहसील, उपखंड, पंचायत के सीमांकन को आधार मानकर काम किया जा रहा है। वहीं राजस्व विभाग भी नए जिलों पर काम कर रहा है। प्रदेश में 19 नए जिलों में शामिल होनी वाली तहसीलों के नाम तय कर प्रारंभिक रिपोर्ट बना ली है। राजस्व विभाग को रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट नहीं मिली है। सरकार से रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट मिलते ही 15 दिनों में नए जिलों का सीमांकन फाइनल हो जाएगा। लैंड रेवेन्यू एक्ट में सीमा का निर्धारण करने के बाद जिले बनाए जाएंगे। जिले में किसी गांव या तहसील, पटवार सर्किल के शामिल होने को लेकर कमेटी भौगोलिक स्थिति को लेकर फैसला करती है।
राजेन्द्र विजय को बालोतरा, हरजी लाल अटल को सांचोर, नम्रता वृष्णि को कुचामन-डीडवाना, खजान सिंह को केकड़ी, शुभम चौधरी को कोटपूतली-बहरोड़, पूजा कुमारी पार्थ को नीमकाथाना, अंजली राजोरिया को गंगापुरसिटी, सीताराम जाट को अनूपगढ़, शरद मेहरा को डीग, डॉ. ओमप्रकाश बैरवा को खैरथल, जसमीत सिंह संधू को फलौदी, प्रताप सिंह को सलूंबर, डॉ. मंजू को शाहपुरा, रोहिताश्व सिंह तोमर को ब्यावर और अर्तिका शुक्ला को दूदू नवगठित जिले में विशेषाधिकारी लगाया गया है।
जयपुर और जोधपुर के नए जिलों पर मौन
जयपुर और जोधपुर को दो-दो हिस्सों में बांटकर बनाए गए नए जिलों के लिए कोई विशेषाधिकारी नहीं लगाया गया। इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या स्थानीय विरोध के कारण फिलहाल इन दोनों जगहों को लेकर क्या सरकार ने चुप्पी साध ली है या सरकार का कुछ और प्लान है।