संकट में घिरी राजस्थान सरकार, 3 विधायकों ने दिल्ली में डाला डेरा

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जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कुछ दिनों की खामोशी के बाद एक बार फिर राजस्थान कांग्रेस के अंदर चल रहा मनमुटाव सतह पर आने लगा है। शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात का इरादा लेकर बाड़मेर से तीन विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि मुलाकात के दौरान यह लोग आलाकमान पर मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में जगह पाने के लिए दबाव बनाएंगे।

बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से जो तीनों विधायक दिल्ली पहुंचे हैं, उनके नाम अमीन खान, मदन प्रजापत और मेवाराम जैन हैं। दिल्ली में कैंप कर रहे यह तीनों विधायक अशोक गहलोत खेमे के माने जाते हैं। इन तीनों में से अमीन खान अशोक गहलोत सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। बताया जाता है कि यह तीनों कांग्रेस महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन से आज मुलाकात करेंगे। हालांकि इनका दावा है कि उनका दिल्ली आने का कोई राजनीतिक मकसद नहीं है। अमीन खान ने कहा कि वह सिर्फ घूमने—फिरने और अजय माकन आदि कुछ अन्य नेताओ से मुलाकात के सिलसिले में दिल्ली आए हैं।

इस बीच इस राजनीतिक सरगर्मी पर करीब से नजर रखने वाले एक नेता का कहना है कि राजस्थान में कैबिनेट विस्तार होना है। इसमें मुख्यमंत्री पायलट ग्रुप के कुछ विधायकों को जगह दे सकते हैं। इनमें सीनियर लीडर और पूर्व मंत्री हेमराम चौधरी की संभावनाएं सबसे तगड़ी हैं। इस बीच बाड़मेर से ही एक अन्य विधायक हरीश चौधरी भी रेवेन्यू मिनिस्टर हैं। ऐसे में माना जा रहा है दिल्ली पहुंचे तीनों विधायक इन दोनों जाट नेताओं के बीच बाड़मेर में अपने लिए पर्याप्त प्रतिनिधित्व की मांग लेकर दिल्ली पहुंचे हैं।