राजस्थान के 11 जिलों में भारी बारिश, येलो अलर्ट किया गया जारी

इस खबर को शेयर करें

जयपुर। राजस्थान में रविवार को आई बारिश ने कई जगह मौसम में तरावट ला दी तो कहीं किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जयपुर, कोटा, अजमेर और भरतपुर संभाग के कई इलाकों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। हाड़ौती में कई जगह हुई तेज बारिश के बाद किसानों के खेतों में कटी फसलों को नुकसान हुआ है। वहीं कुछ स्थानों पर हुई बारिश से अगेती फसलों को फायदा होना भी बताया जा रहा है। किसानों ने फसल के नुकसान की गिरदावरी करवाने की मांग की है। मौसम विभाग की माने तो सोमवार को 11 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान के पूर्वी इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। उधर, पश्चिमी राजस्थान में किसी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र का असर रविवार को राजस्थान के पूर्वी इलाकों पर दिखाई दिया। कई जगह सवेरे से ही बारिश शुरू हो गई थी, तो कहीं तेज हवाओं के साथ मौसम ने पलटा खाया और जमकर बारिश हुई। दौसा के सिकंदरा में भारी बारिश हुई। करीब आधा घंटे तक मूसलाधार बारिश के चलते कई जगह पानी बह निकला। झालावाड़ में जिले में जोरदार बारिश हुई। जिले में तेज बारिश से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। किसानों की खेतों में कटी सोयाबीन की फसलें पानी में खराब हो गई है। ऐसे में पिछले चार माह से मेहनत कर रहे किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। भीमसागर कस्बे में शाम आधा घंटे तक तेज बारिश से सड़कों पर पानी बह निकला। वहीं खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन की फसल किसानों की जलमग्न हो गई। किसानों ने बताया कि बारिश की वजह आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। कोटा, अजमेर और भरतपुर संभाग में रविवार रात तक हल्की बारिश जारी रही।

बारिश ने तोड़ी किसानों की उम्मीदें

राजस्थान के पूर्वी इलाकों में हुई तेज बारिश के बाद किसानों के खेतों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है। किसानों का कहना है कि पहले ही मानसून की बारिश से खेतों में पानी भरने से नुकसान हुआ था और आई बारिश ने कटी फसलों को नुकसान पहुंचाया है। मानसून के दौरान हाडौ़ती में जमकर बारिश हुई थी और छबड़ा में खेतों में पानी भरने से फसलो को नुकसान पहुंचा था। अब खेतों में कटी हुई फसलों के जरिए लागत निकल जाने की उम्मीद में बैठे किसानों के सामने रविवार को बदले मौसम के साथ आई बारिश ने चिंता में डाल दिया। क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में किसान अपनी फसलों को मजदूरों के जरिए कटाई करवा कर इसे निकलवाने की तैयारी में बैठे हुए थे, लेकिन रविवार को जैसे ही मौसम ने पलटा खाया तो किसान खेतों में अपनी कटी हुई फसलों के ढेर पर फनी त्रिपाल ढक कर इसे बचाने के जुगाड़ में कोशिश में लगे रहे और कई जगह कटी फसल भीग गई। कई खेतों में कटी मक्का खराब हो गई। उधर, सोयाबीन की फसल को लेकर किसानों का कहना है कि नाम मात्र की सोयाबीन की पैदावार खेतों में निकल रही है। अब बारिश ज्यादा हुई तो उसकी भी उम्मीद नहीं रहेगी। पिड़ावा कस्बे में शाम को तेज हवाओं के साथ मूसलाधर बारिश शुरू हो गई। बरसात से अंधेरा छा गया। बारिश होने के चलते कुछ ही देर में सड़कों पर पानी बह निकला। मूसलाधर बारिश से किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई। खलिहानों में कट पड़ी फसलों को काफी नुकसान होने का अनुमान बताया जा रहा है। उधर, दौसा के सिकंदरा क्षेत्र में बारिश किसानों के चेहरे खिले गए। किसानों का कहना था कि बारिश से रवि की फसल बुवाई में फायदा मिलेगा और चना व सरसों की फसल की अच्छी बुवाई हो सकेगी। जयपुर के गठवाड़ी कस्बे सहित क्षेत्र में करीब एक घंटे तक हुई झमाझम बारिश। तेज बारिश से खेतों में कट कर पड़ी बाजरे की फसल पानी-पानी हो गई। किसानों ने फसल के नुकसान की गिरदावरी करवाने की मांग की मांग की है।

सोमवार को इन जिलों में बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग की माने तो सोमवार को पूर्वी राजस्थान के अलवर, दौसा, भरतपुर, धोलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ जिले में कहीं-कहीं पर हल्की और मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई जा रही है।