मकर संक्रांति पर भूल से भी न करें ये 5 काम, वरना उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान

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मकर संक्रांति पर्व हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन इस बार इसको लेकर लोगों में कई मत दिखाई दे रहे हैं। कुछ इसे 14, तो कुछ 15 जनवरी को बता रहे हैं। लेकिन ब्रजभूमि पंचांग के अनुसार यहां मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही मनाई जाएगी।

ज्योतिषी पं. किशन वाजपेयी का कहना है कि मकर संक्रांति को लेकर लोग भ्रमित न हों। यह 14 जनवरी को ही मनाई जाएगी। ब्रजभूमि पंचांग सहित अन्य पंचांगों में सुबह 7:30 बजे से सूर्यास्त तक मकर संक्रांति का योग है। इसी दिन सुबह से दान-पुण्य व गंगा स्नान करना फलदायी होगा। जो 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाने की बात कह रहे हैं, वह लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। इस दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। कुछ काम एेसे हैं जिन्हें इस दिन भूल से भी करने से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं कुछ काम एेसे भी हैं जो शुभ फलदायी होते हैं।

मकर संक्रांति पर क्या न करें

1- पक्षियों के घोंसलों के पास पतंग उड़ाने से बचें।

2- किसी भी तरह के नशे से खुद को दूर रखें। साथ ही मसालेदार भोजन का सेवन न करें।

3- मकर संक्रांति के दिन लहसुन, प्याज और मांस का सेवन न करें। किसी को अपशब्द कहने से बचें।

4- इस दिन सुबह बिना नहाए खाने से बचें।

5- भिखारी को खाली हाथ न भेजें। उन्हें तिल, अन्न, वस्त्र आदि दान करके विदा करें।

मकर संक्रांति पर करें ये काम

1- गरीब और जरूरतमंद को तिल, गुड़, काले रंग का कपड़ा, आटा, घी या दाल का दान करें।

2- सरसों के तेल में कुछ पराठे या पूरियां बनाकर काले कुत्तों को खिलाएं।

3- काले तिल को दो बराबर भाग में बांट लें। इसका एक हिस्सा दान करें और दूसरे से पकवान बनाएं।

4- उड़द की दाल की खिचड़ी बनाऔं और भगवान को चढ़ाएं। संक्रांति पर इसका सेवन अवश्य करना चाहिए।

5- सुबह स्नान के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करें।

6- पतंग के लिए नाइलॉन के धागों की जगह मुलायम सूती धागों का इस्तेमाल करें। अगर कोई घायल पक्षी दिखे तो उसे नजदीकी पशु कल्याण केंद्र ले जाएं।