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नई दिल्ली। भीषण गर्मी से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है। इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून जल्द आ रहा है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में रविवार को मौसम की पहली बारिश होने की उम्मीद है। इस साल समय से चार दिन पहले 27 मई को मानसून के केरल पहुंचने की भी संभावना है। भारतीय मौसम विभाग विभाग (आईएमडी) के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहपात्रा ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 15 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और निकटवर्ती दक्षिणपूर्वी खाड़ी में पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, विस्तारित पूर्वानुमानों में लगातार मानसून के समय से पहले केरल में दस्तक देने और उत्तर की तरफ बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इससे देश के अधिकतर हिस्सों में लोगों को राहत मिलेगी जो पिछले 15 दिनों से भीषण गर्मी झेल रहे हैं।
माना जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर में भी मानूसन जून के दूसरे सप्ताह में भी दस्तक दे सकता है, हालांकि दिल्ली में मानसून आने की तारीख 27 जून होती है। वहीं, इस बार मानसून दिल्ली-एनसीआर में जल्दी दस्तक दे दे तो कोई नई बात नहीं होगी। बता दें कि वर्ष 2021 में भी मानसून ने कुछ दिन पहले ही दस्तक दे दी थी, लेकिन इसके बाद धीमा पड़ गया। इतना ही नहीं 15 जुलाई के बाद बारिश का सिलसिला शुरू हुआ था। आईएमडी के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर आमतौर पर मानसून 26-27 जून तक पहुंचता है। लेकिन इस बार मई महीने के अंत तक बारिश हो सकती है।
बिहार में आज का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है, जबकि अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य में 13 से 15 जून के बीच मानसून की एंट्री होगी। साल 2021 में 13 जून को यास तूफान के कारण बिहार में जमकर बारिश हुई थी। अब तक का पूर्वानुमान बिहार में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश का है।
राजस्थान में तेज गर्मी से तप रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। इस बार मानसून समय से पहले आने की संभावना है। मौसम केन्द्र दिल्ली ने भारत में दक्षिणी पश्चिमी मानसून के केरल में आने की संभावित तारीख घोषित कर दी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार केरल में मानसून के आने के बाद राजस्थान तक इसे पहुंचने में औसतन 20 या 22 दिन का समय लगता है। इसलिए संभावना है कि राजस्थान में मानसून समय से एक हफ्ता पहले 16 से 18 जून के बीच आ सकता है।
मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि छत्तीसगढ़ में भी इस बार मानसून जल्दी आएगा। मौसम विज्ञानियों ने बताया है कि मानसून 27 मई तक केरल तट पर पहुंच जाएगा। ऐसा हुआ और सब कुछ सामान्य रहा तो अगले 10 दिन में 7 जून तक छत्तीसगढ़ की धरती पर मानसून का आगमन होगा। प्रदेश में अभी अधिकतम तापमान 40-41 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है।
बंगाल की खाड़ी में आए असानी साइक्लोन की वजह से 16 मई से मध्यप्रदेश में भी प्री-मानसून दस्तक दे सकता है। इस बार मानसून भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और उज्जैन संभागों में ज्यादा मेहरबान रहेगा। जबलपुर और सागर संभाग में यह सामान्य रहेगा। वैसे मध्यप्रदेश में मानसून के आने का समय पहले 10 जून था, लेकिन कुछ सालों से इसके देरी से आने के कारण अब 15 से 16 जून तय किया गया है। अगर कोई अड़चन नहीं आती है, तो ऐसी स्थिति में मानसून के मध्यप्रदेश में 15 से 16 जून तक आने की संभावना है। भोपाल में यह 20 जून के आसपास पहुंचेगा। जून में तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा।