अभी अभी: हरियाणा में प्री-मानसून की दस्तक, 15 जिलों में तेज हवा के साथ होगी भारी बारिश

Right now: Pre-monsoon knock in Haryana, heavy rain with strong wind in 15 districts
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सोनीपत: हरियाणा में अगले ढाई घंटे के दौरान 15 जिलों में मौसम खराब रहेगा। सुबह सवा 7 बजे जारी मौसम विभाग के अलर्ट ने तेज हवा के साथ बूंदाबांदी और कुछ स्थानों पर मध्यम बरसात की सम्भावना जताई है। पानीपत में शनिवार सुबह हल्की बरसात हुई है, वहीं सोनीपत के कुछ क्षेत्र में फव्वारें आयी। अभी ढाई घण्टे तक आधे से ज्यादा प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश सम्भव है।

हरियाणा क़ृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ एमएल खीचड़ ने अल्पअवधि मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। इसमें बताया कि शनिवार को सुबह 7:10 बजे से अगले तीन घंटों के दौरान हरियाणा के पंचकुला/चंडीगढ़, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत,फतेहाबाद, हिसार, सिरसा, भिवानी, चरखीदादरी जिलों व आसपास के क्षेत्रों में तेज हवा और गरजचमक के साथ कहीं बूंदाबांदी व कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश भी संभावित।

बीते कल भी हुई थी बारिश
उतर भारत में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने के बाद हरियाणा के कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। बीते कल भी कई जगहों बारिश हुई थी। मौसम में बदलाव होने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। बता दें कि इस बार हरियाणा के लोग जबरदस्त गर्मी और झुलसा देने वाली लू का सामना कर रहे हैं। मार्च के आगमन के साथ ही पारा चढ़ने का जो क्रम शुरू हुआ था, वहीं अभी भी बरकरार है। मार्च, अप्रैल, मई और जून का पहला पखवाड़ा औसत से गर्म रहा और कई इलाकों में लगातार लू चली तो कई इलाकों में रह रहकर लू की स्थितियां बनी रही।

सुबह-शाम के वक्त बारिश संभव
लाइव वैदर ऑफ इंडिया के अनुसार, प्रदेश में मानसून आने में अभी समय लगेगा। इस कारण बदले मौसम में प्रदेश में कहीं-कहीं बरसात की जो संभावना बनी है, उसका असर मुख्यतः सवेरे और शाम तथा रात के समय रहेगा। दिन की गर्मी और बढ़ी उमस के कारण तीव्र और सक्रिय बादलों का निर्माण होगा। आने वाला दौर, लम्बे समय से चले आ रहे शुष्क मौसम पर लगाम लगाएगा और लू की विदाई भी संभव है। साथ ही, बारिश का यह दौर वर्तमान विश्लेषण के अनुसार लंबा खिंच सकता है। यह प्रथम मुख्य प्री मानसून बारिश का दौर है। सवेरे से ही बादलों का निर्माण शुरू हो गया है।