हार के गम में भूले ऋषभ पंत की कुर्बानी, करियर खतरे में होने पर भी हार्दिक पंड्या पर न्योछावर किया विकेट

Rishabh Pant's sacrifice was forgotten in the grief of defeat, even though his career was in danger, Hardik Pandya was sacrificed
Rishabh Pant's sacrifice was forgotten in the grief of defeat, even though his career was in danger, Hardik Pandya was sacrificed
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एडिलेड: भारतीय टीम को टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 10 विकेट की हार झेलनी पड़ी। इस हार के बाद उसका सफर भी खत्म हो गया। टीम इंडिया एक बार फिर बिना कप लिए स्वदेश लौट रही। प्लेयर्स में बुरी तरह निराश और हताश दिखे, जबकि इंडियन फैंस में टीम की हार को लेकर गुस्सा है। इस बीच एक बात जो कुछ ही लोगों को याद होगी वह है कि ऋषभ पंत की कुर्बानी।

युवा विकेटकीपर के करियर पर पहले से ही संकट के बादल मंडरा रहे हैं और उसके बावजूद पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ हार्दिक पंड्या के लिए अपना विकेट कुर्बान करने में देरी नहीं की। दरअसल, 19वें आवेर की तीसरी गेंद थी। क्रिस जॉर्डन की यॉर्कर गेंद पर ऋषभ पंत गेंद चूक गए, लेकिन बाई के रूप में एक रन लेने का मौका था। हार्दिक पंड्या के प्रेशर डालने पर ऋषभ पंत दौड़ पड़े, लेकिन वह लेट थे।

दूसरी ओर, हार्दिक पंड्या क्रीज में पहुंच चुके थे और दूसरे छोर पर गेंद भी। ऋषभ पंत के पास मौका था कि वह अगर चाहते तो वापस क्रीज में लौटकर अपना विकेट बचा सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा किया नहीं। उन्होंने सोचा कि हार्दिक अच्छे शॉट्स खेल रहे हैं तो वह थंब का दिखाते हुए पवेलियन की ओर बोझिल कदमों से लौट पड़े। हार्दिक पंड्या ने इसके बाद अगली दो गेंदों में चौका-छक्का लगाए।

हार्दिक पंड्या 33 गेंदों में 4 चौके और 5 छक्के के दम पर 63 रन बनाकर लौटे। उनकी इस पारी के दम पर ही भारत 168 रनों तक पहुंच सका, लेकिन यह स्कोर उसके गेंदबाज बचा नहीं सके। जोस बटलर और एलेक्स हेल्स ने मैदान पर जिस अंदाज में बैटिंग की उसने इंडियन फैंस का दिल चकनाचूर कर दिया। उसने महज 16 ओवरों में ही बिना कोई विकेट गंवाए लक्ष्य हासिल कर लिया। जोस बटलर 49 गेंदों में 9 चौके और 3 छक्के दम पर नाबाद 80 रन बनाए, जबकि एलेक्स हेल्स ने 47 गेंदों में 4 चौके और 7 छक्के के दम पर नाबाद 86 रन की पारी खेली।