- बिहार में गंगा नदी में नाव डूबी, 7 मजदूर लापता; रेस्क्यू अभियान जारी - November 3, 2024
- सैलजा पर कांग्रेस मेहरबान! प्रदेश की कमान सौंपने की तैयारी, रोकने को हुड्डा गुट ने लगा दी पूरी ताकत - November 3, 2024
- हरियाणा के झज्जर में मकान में लगी आग, पति-पत्नी जिंदा जले, बच्चों की हालत गंभीर - November 3, 2024
मास्को: यूक्रेन युद्ध को एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है लेकिन कोई पुख्ता हल निकलता नहीं दिख रहा। मंगलवार को रूस ने यूक्रेन के साथ बातचीत की बात कही। लेकिन इस दौरान पुतिन प्रशासन ने ऐसी शर्त रख दी है जिसे सुनकर यूक्रेन और भड़क जाएगा। दरअसल रूस ने मंगलवार को एक बार फिर से अपनी पुरानी बात को दोहराया। रूस ने कहा कि वह यूक्रेन युद्ध खत्म करने के वास्ते बातचीत के लिए तैयार है लेकिन उन क्षेत्रों को वापस नहीं देगा जिन्हें उसने यूक्रेन से “अलग” किया है।
“रूसी संविधान वहां लागू होता”
रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा कि रूस ने कभी भी यूक्रेनी क्षेत्रों में अपने दावों को नहीं छोड़ा है। रूस ने पिछले साल घोषणा की थी कि उसने जनमत संग्रह के बाद यूक्रेन के चार बड़े क्षेत्रों को अलग दिया है। यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने रूस के इस दावे को सिरे से खारिज किया है। रूस ने कहा, “कुछ वास्तविकताएं हैं जो पहले से ही एक आंतरिक मुद्दा बन चुकी हैं। मेरा मतलब नए इलाकों से है। रूसी संघ का संविधान वहां लागू होता है, और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। रूस कभी भी इस पर समझौता नहीं करेगा। यही सच्चाई है।”
इन चार क्षेत्रों को अब अपना मानता है रूस
रूस ने घोषणा की थी कि उसने मॉस्को में एक भव्य समारोह के दौरान पिछले सितंबर में डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेर्सन और जापोरिज्जिया क्षेत्रों को यूक्रेन से अलग करा लिया है। इसने कहा कि रूस ने यूक्रेन के इन चार क्षेत्रों को हड़पने के लिए कथित ‘जनमत संग्रह’ कराया था। बाद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इन क्षेत्रों को अपने देश में मिलाने के लिए संधि पर हस्ताक्षर किए। क्रेमलिन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में पुतिन ने कहा कि लुहांस्क, दोनेत्स्क, खेरसान क्षेत्र और जपोरीजिया क्षेत्र हमेशा के लिए हमारे देश का हिस्सा बन गए। हम सभी उपलब्ध साधनों और पूरी शक्ति से अपनी जमीन की रक्षा करेंगे। तब पुतिन ने यूक्रेन से अपील की कि वह संघर्ष छोड़कर तत्काल बातचीत की मेज पर आए। हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि रूस में मिलाए गए क्षेत्रों को वे वापस नहीं करेंगे।
बातचीत के लिए तैयार- रूस
रूसी प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि अगर यूक्रेन उन क्षेत्रों पर रूसी कब्जे को स्वीकार कर ले तो रूस बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “मामलों की अनुकूल स्थिति और यूक्रेन से उचित रवैया को देखते हुए, इसे बातचीत की मेज पर ही हल किया जा सकता है। लेकिन मुख्य बात यह है कि हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करना है।” रूसी सेनाएं कब्जे में लिए गए चार क्षेत्रों में से किसी को भी पूरी तरह से नियंत्रित नहीं करती हैं। यूक्रेन का कहना है कि वह रूस को अपनी जमीन का एक इंच भी नहीं देगा।