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नई दिल्ली, राकेश कुमार सिंह। Delhi Crime: कनाडा के विनिपेग शहर के हैजल्टन ड्राइव रोड स्थित खालिस्तान समर्थक आतंकी सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके के फ्लैट में घुसकर उसकी बेरहमी से हत्या किए जाने के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को शक है कि ड्रग्स के पैसों के लेनदेन को लेकर उक्त वारदात को अंजाम दिया गया हो।
सेल का कहना है कि सुक्खा लंबे समय से ड्रग्स के अवैध कारोबार में लिप्त था और ड्रग्स का आदी भी था। हो सकता है उसने पंजाब अथवा अन्य जगहों से ड्रग्स की बड़ी खेप मंगवाई हो और उसका वह पैसे नहीं दे रहा हो। क्योंकि पैसों के लेनदेन के मामले ड्रग्स तस्करों के बीच उसकी बहुत बदनाम छवि थी।
सुक्खा पंजाब के गैंगस्टर दविंदर बंबिहा गिरोह का सक्रिय सदस्य था। वह 2017 में जाली पासपोर्ट पर कनाडा भाग गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की सूची के मुताबिक सुक्खा ए श्रेणी का आतंकी था। बुधवार को कनाडा के समय सुबह 9.30 बजे कुछ बदमाशों ने उसके घर के अंदर घुसकर ताबड़तोड़ 15 गोलियां चलाई, जिसमें नौ गोलियां उसके सिर में जा लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गोल्डी के भाई की हत्या में था सुक्खा का हाथ
बताया जा रहा है कि सुक्खा को मारने के पहले हत्यारों ने उसे कहा कि उसने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथी गोल्डी बराड़ के भाई गुरलाल बराड़ की हत्या करवाई थी इसलिए उसे भी नहीं बख्शा जाएगा। सुक्खा के साथ उसकी मां और बहन भी कनाडा में रह रही है। पंजाब के मोगा में उसका ताया रहता है।
कहा जा रहा है कि बदमाश सुक्खा की हत्या करने के लिए उसके धर के पास कई घंटे पहले से घात लगाकर बैठे थे। गोल्डी कई वर्षों से कैलिफोर्निया में रह रहा है। कनाडा पुलिस इस मामले पर अब तक चुप्पी साधे हुए है। सेल की मानें तो सुक्खा पर पंजाब में 25 से ज्यादा संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह पिछले सात वर्षों से कनाडा में आतंकी अर्श डल्ला के साथ रहकर खालिस्तान आतंकवाद को फैला रहा था।
एनआइए में उसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज है। दविंदर बंबिहा और लॉरेंस गिरोह में लंबे समय से गैंगवार चल रहा है। पिछले पांच-सात वर्षों से गैंगवार में दोनों गिरोहों के 200 से अधिक बदमाशों की हत्या हो चुकी है।
सुक्खा ने नशे के लिए कई परिवारों को तबाह किया
सुक्खा की हत्या का मामला सामने आने पर लॉरेंस गिरोह ने लॉरेंस की फेसबुक पर एक पोस्ट डाल हत्या की जिम्मेदारी ली है। पोस्ट में कहा गया है कि सुखदूल ने हमारे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या की थी और विक्की मिद्दुखेरा के साथ-साथ कबड्डी खिलाड़ी संदीप नागल अंबियान की हत्या के पीछे भी उसका हाथ था। सुक्खा ने नशे के लिए कई परिवार को तबाह किया है।
बिश्नोई गिरोह से दुश्मनी लेकर कोई विदेश में कहीं भी छिप जाए, बच नहीं सकता है। बड़े गैंगस्टरों के आतंक पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व राजस्थान पुलिस द्वारा अंकुश न लगा पाने के कारण ही गैंगवार दिल्ली व पंजाब से चलकर विदेश तक पहुंच चुकी है।
लॉरेंस पिछले डेढ़ माह से गुजरात के साबरमती जेल में एनडीपीएस के एक मामले में बंद है। निज्जर के बाद सुक्खा की कनाडा में हत्या ने कनाडा सरकार को एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया है कि कनाडा सरकार खालिस्तान आतंकवाद को रोक नहीं लगा पा रही है।