बरेली. बरेली के फरीदपुर की रहने वाली 21 साल की शबाना ने हिंदू धर्म अपनाया है. शबाना अब शिवानी बन गई है और उसने मढ़ीनाथ स्थित अगस्त मुनि आश्रम में अरविंद के साथ लिए 7 फेरे लिए हैं. शबाना से शिवानी बनी इस युवती ने बताया कि दो साल से दोनों एक दूसरे से मोहब्बत करते थे. शबाना ने कहा इस्लाम में महिलाओं को बच्चा पैदा करने की मशीन समझा जाता है. उसकी मां भी बच्चे पैदा कर कर के मर गई. शबाना के मुताबिक उसके 8 भाई हैं और वो इकलौती बहन है.
शबाना के मां-बाप दोनों की मौत हो चुकी है. अरविंद पेंटर है और उसके घर वाले शादी के लिए तैयार हैं लेकिन शबाना के परिवार वाले इस रिश्ते से तैयार नहीं रहे. शबाना ने बताया कि वो भोलेनाथ की पूजा करती है, उनका जलाभिषेक करती है और ओम नमः शिवाय का जाप भी करती है. उसे हिंदू धर्म में आस्था है. उसका कहना है कि हिंदू धर्म में महिलाओं का सम्मान होता है.
शादी के बंधन में बंधने वाले शबाना और अरविंद फरीदपुर के भगवन्तापुर और केरुआ गांव का रहने वाले हैं. दोनो के गांव में एक किलोमीटर की दूरी है. गांव में पेंट करने के दौरान शबाना को अरविंद से मोहब्बत हो गई. अरविंद के भी पिता की मौत हो चुकी है. धर्म परिवर्तन करने वाली इस युवती ने कहा कि हिंदू धर्म में ना तो तीन तलाक नहीं होता है और ना ही हलाला होता है जबकि मुस्लिम धर्म में महिलाएं केवल बच्चे पैदा करने की मशीन समझी जाती हैं.
उसने कहा कि मुस्लिम धर्म में महिलाओं की इज्जत नहीं होती है जबकि हिंदू धर्म में महिलाओं की इज्जत की जाती है और सम्मान दिया जाता है. शबाना से शिवानी बनी लड़की का शुद्धिकरण गोमूत्र और गंगाजल से कराया गया फिर हिंदू धर्म के अनुसार प्रेमी अरविंद के साथ उसने सात फेरे लिए.