74 साल में भी खुद को बुजुर्ग नहीं मानते शिवराज के विधायक, मंत्री को कहना पड़ा युवा

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गुना। बीजेपी में 75 प्लस फॉर्मूला चलता है, प्रदेश के सियासी गलियारों में तो इस बात की भी चर्चा है कि बीजेपी में 70 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं के इस बार टिकट काटे जा सकते हैं. लेकिन मध्य प्रदेश में बीजेपी के एक विधायक खुद को 74 साल की उम्र में भी युवा मानते हैं, खास बात यह है कि शिवराज सरकार के पंचायत मंत्री को भरे मंच से मानना पड़ा 74 साल के विधायक अभी युवा हैं.

विधायक गोपालाल जाटव खुद को मानते हैं युवा
दरअसल, गुना विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक गोपीलाल जाटव 74 साल की उम्र में भी खुद को बुजुर्ग नहीं मानते हैं. जिसके चलते मध्य प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया को भरे मंच से उन्हें युवा विधायक कर संबोधित करना पड़ा.

मंत्री ने विधायक को कह दिया था बुजुर्ग
दरअसल, हुआ कुछ यूं कि गुरुवार को गुना के कैंट थाना भवन का लोकार्पण करते हुए मध्य प्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने गोपीलाल का परिचय बुजुर्ग विधायक कह कर दे दिया. इसके बाद सिसोदिया काफी देर तक भाषण देते रहे, तभी गुना विधानसभा का जिक्र आया तो गोपीलाल ने उन्हें बीच में ही टोका और मजाकिया लहजे में बुजुर्ग कहने पर आपत्ति दर्ज कराई. विधायक के आपत्ति दर्ज कराने पर मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी उसी अंदाज में अपनी गलती मानी और दोबारा गोपीलाल जाटव को युवा विधायक कहकर संबोधित किया. इसके बाद पूरे परिसर में ठहाके लगते नजर आए. आपको बता दें कि गोपीलाल जाटव मध्य प्रदेश के सबसे वरिष्ठ विधायकों में शामिल हैं. साल 2018 में वह भारतीय जनता पार्टी से छठवीं बार चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे हैं.

दरअसल, भले ही यह चर्चा हंसी मजाक के बीच हुई हो लेकिन बीजेपी में 75 प्लस फॉर्मूला चलता है. यानि जो नेता 75 साल से ज्यादा का होता है, पार्टी में उसे मार्गदर्शक मंडल में भेजा जाता है. ऐसे में विधायक का यह बयान चर्चा में बन गया है.