यूपी में सलवार गैंग के तीन और सदस्यों की तलाश में एसटीएफ, एसएससी जीडी कॉन्स्टेबल परीक्षा हैक

STF on the lookout for three more Salwar gang members in UP, SSC GD constable exam hacked
STF on the lookout for three more Salwar gang members in UP, SSC GD constable exam hacked
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लखनऊ। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित एसएससी (जीडी) कांस्टेबल की आनलाइन परीक्षा में एसटीएफ को साल्वर गैंग के तीन और सदस्यों की तलाश है। एसटीएफ की टीमों ने इनकी तलाश में गुरुवार को कई जगह छापेमारी की। कुछ महत्वपूर्ण इनपुट भी उसके साथ लगे हैं। इसके अलावा अन्य साल्वर गिरोह से भी इनके कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। इस मामले में गैंग लीडर सिपाही से जुड़े कई लोगों की भूमिका की भी जांच तेज हो गई है।

साल्वर गैंग का लीडर हो चुका है गिरफ्तार
एसटीएफ ने बुधवार को लखनऊ में एसएससी जीडी कांस्टेबल भर्ती में साल्वर गैंग का भंडाफोड़ किया था। इसमें अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर साल्वर बैठाने एवं अन्य माध्यमों से विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा पास कराई जाती थी। एसटीएफ ने अयोध्या में तैनात सिपाही अच्युतानन्द यादव सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया था। अच्युतानन्द ही इस साल्वर गैंग का लीडर है। इसके अलावा तीन साल्वर व तीन मूल अभ्यर्थी भी गिरफ्तार किए गए हैं।

एसटीएफ को म‍िला था एसएससी जीडी की परीक्षा में साल्वर बैठाने का इनपुट
साल्वर में बिहार के पूवी चंपारण निवासी विवेक कुमार सिंह, समस्तीपुर निवासी मनोज कुमार झा व बक्सर निवासी राकेश कुमार यादव शामिल हैं। मूल अभ्यर्थियों में प्रयागराज निवासी केशवानन्द, गोरखपुर निवासी गुड्डू यादव व मनोज यादव हैं। एसटीएफ के प्रभारी एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि टीम को इनपुट मिला था कि अयोध्या में तैनात आरक्षी अच्युतानन्द यादव एसएससी जीडी की परीक्षा में साल्वर बैठाने जा रहा है।

साल्वरों को दिए जाते हैं प्रति परीक्षा 20 हजार रुपये
इसी के तहत 17 जनवरी को लखनऊ के कुर्सी रोड स्थित सिंको लर्निंग सेंटर परीक्षा केंद्र पर मूल अभ्यर्थियों की जगह साल्वरों को बैठाकर जिस समय परीक्षा दिलाई जा रही थी उस समय एसटीएफ ने इन्हें दबोच लिया। अच्युतानन्द ने पूछताछ में बताया कि उसके द्वारा ही साल्वर मनोज कुमार झा व राकेश कुमार यादव से संपर्क कर मूल अभ्यर्थियों से प्रवेश पत्र, आधार कार्ड तथा फोटो प्राप्त करके साल्वर व मूल अभ्यर्थियों की फोटो मिक्सिंग कराकर प्रवेश पत्र पर लगाई जाती थी। अभ्यर्थियों से पैसा प्राप्त कर साल्वरों को प्रति परीक्षा 20 हजार रुपये दिए जाते थे।

विकासनगर थाने में दर्ज कराई गई है एफआइआर
साल्वर मनोज कुमार ने एसटीएफ को बताया कि उसने अच्युतानन्द के कहने पर 11 जनवरी को परीक्षा केंद्र मेट्रो नेटवर्क साल्यूशन खरगापुर, गोमतीनगर में मूल अभ्यर्थी जियाउल हुसैन के स्थान पर परीक्षा दी थी। एक परीक्षा 16 जनवरी को भी वह सुजीत कुमार के स्थान पर वह दे चुका है। साल्वर राकेश कुमार ने भी बताया कि वह भी अच्युतानन्द के कहने पर कई अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा दे चुका है। इस मामले की एफआइआर विकासनगर थाने में दर्ज कराई गई है।