मंदसौर: ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान मध्य प्रदेश के कई शहरों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई है। वहीं, अराजक तत्व अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुए हैं। प्रशासन की टीम ने इनकी प्लानिंग फेल कर दी है। श्योपुर से लेकर रतलाम तक में यह कोशिश हुई है। मंदसौर में मंदिर पर पत्थरबाजी हुई तो कई जगहों पर पलस्तीनी झंडे लहराए गए। वहीं, कुछ जगहों पर सिर तन से जुदा के नारे लगाए गए हैं। पूरे मध्य प्रदेश में ऐसे मामलों को लेकर पुलिस ने 20 केस दर्ज किए हैं।
मंडला और बालाघाट में लहराए पलस्तीनी झंडे
मध्यप्रदेश के मंडला और बालाघाट जिलों में सोमवार को ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान कथित तौर पर ‘फलस्तीनी झंडा’ लहराने के मामले में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज कर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि राजगढ़ में फलस्तीन के समर्थन में नारे लगाने के आरोप की पुष्टि नहीं की जा सकी।
मंडला में आरोपी को हिरासत में लिया गया
मंडला में एक युवक ने ईद के जुलूस के दौरान चिलमन चौराहे पर कथित रूप से फलस्तीनी झंडा लहराया। एसपी रजत सकलेचा ने बताया कि फलस्तीनी झंडे जैसा झंडा लहराने की शिकायतों के आधार पर आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया गया और कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मंडला कोतवाली थाना प्रभारी शफीक खान ने बताया कि आरोपी फरदीन और अन्य को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 197 (2) के तहत गिरफ्तार किया गया।
बालाघाट में भी सामने आया मामला
वहीं, बालाघाट शहर में पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई गई कि एक व्यक्ति और उसके साथियों ने ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान महावीर चौक पर फलस्तीन का झंडा लहराया। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस कृत्य से भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंची है और इससे समाज में वैमनस्य पैदा हो सकता है। बालाघाट पुलिस ने शाकिब और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 197 (2) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों घटनाओं में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
मंदसौर में पत्थरबाजी
इसके साथ ही मंदसौर शहर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर निकाले गए जुलूस के दौरान पथराव के दावों के बीच पुलिस ने सोमवार को सुरक्षा बढ़ा दी। अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि एक व्यक्ति कोतवाली थाने आया और उसने दावा किया कि जुलूस के दौरान पथराव और लाठियों से हमले के कारण उसे चोटें आईं। उन्होंने बताया कि उसकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हमने दंगा और हिंसा के लिए 10 से 15 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
महाआरती से पत्थरबाजी का जवाब
वहीं, मंदसौर में पत्थरबाजी के बाद बाजार बंद हो गए थे। इसके बाद रात में बड़े बालाजी मंदिर के पास बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। इसके बाद वहां महाआरती की गई है। इस महाआरती में हजरों की संख्या में लोग पहुंचे थे। अभी शहर में शांति बहाल है। कहीं कोई हलचल नहीं है। वहीं, बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती है।