भीलवाड़ा: राजस्थान में लोक देवता श्री देवनारायण की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भीलवाड़ा के मालोसरी डूंगरी पहुंचे। पीएम मोदी ने अपनी धार्मिक यात्रा के दौरान मंदिर में दर्शन किए। यही पर एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी की सभा में एक लाख से ज्यादा लोग जुटे। मालासेरी डूंगरी पर पैर रखने का जगह नहीं बची, लोग मोदी को सुनने पेड़ों पर चढ़े नजर आए। यहां पीएम ने जनसभा को आधा घंटे संबोधित किया। पीएम ने अपने संबोधन में भारत की बढ़ती ताकत को रेखांकित करते हुए कहा कि आज भारत दुनिया के हर बड़े मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है। दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है। मोदी ने यहां कहा सरकार ने अपने कार्यकाल में समाज के हर उपेक्षित एवं वंचित तबके को सशक्त करने का प्रयास किया है और वह ‘वंचितों को वरीयता’ मंत्र को लेकर आगे बढ़ रही है।
पीएम मोदी ने यहां कहा, ‘आज भारत दुनिया के हर बड़े मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है। आज भारत दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है। इसलिए ऐसी हर बात, जो हम देशवासियों की एकता के खिलाफ है, उससे हमें दूर रहना है। हमें अपने संकल्पों को सिद्ध कर दुनिया की उम्मीदों पर खरा उतरना है।’
देश के प्रति अपने कर्तव्यों को याद रखें
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर मैंने लाल किले की प्राचीर से पंच प्रण पर चलने का आग्रह किया था। उद्देश्य यही है कि हम सभी अपनी विरासत पर गर्व करें, गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलें और देश के प्रति अपने कर्तव्यों को याद रखें। अपने मनीषियों के दिखाए रास्ते पर चलना और हमारे बलिदानी शूरवीरों के शौर्य को याद रखना भी इसी संकल्प का हिस्सा है।’
विकास के लिए काम करना है
मोदी ने कहा, ’21वीं सदी का यह कालखंड भारत के विकास के लिए, राजस्थान के विकास के लिए बहुत अहम है। हमें एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करना है। आज पूरी दुनिया भारत की ओर बहुत उम्मीदों से देख रही है।’
नया भारत बीते दशकों में हुई उन भूलों को भी सुधार रहा है
उन्होंने कहा, ‘यह देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे अनगिनत सेनानियों को हमारे इतिहास में वह स्थान नहीं मिल पाया, जिसके वे हकदार थे। लेकिन आज का नया भारत बीते दशकों में हुई उन भूलों को भी सुधार रहा है। अब भारत की संस्कृति व स्वतंत्रता की रक्षा के लिए, देश के विकास में जिसका भी योगदान रहा है, उसे सामने लाया जा रहा है।’
शूरवीरों की इस धरती का भी गौरव बढ़ाया
उन्होंने कहा, ‘भारत ने जिस तरह से पूरी दुनिया को अपना सामर्थ्य दिखाया है, अपना दमखम दिखाया है, उसने शूरवीरों की इस धरती का भी गौरव बढ़ाया है। आज भारत दुनिया के हर बड़े मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है। आज भारत दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है।’
भगवान श्री देवनारायण जी के आशीर्वाद से…
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘इसलिए ऐसी हर बात, जो हम देशवासियों की एकता के खिलाफ है… उससे हमें दूर रहना है। हमें अपने संकल्पों को सिद्ध कर दुनिया की उम्मीदों पर खरा उतरना है। मुझे पूरा विश्वास है कि भगवान श्री देवनारायण जी के आशीर्वाद से हम सब जरूर सफल होंगे। हम सब मिलकर कड़ा परिश्रम करेंगे। सबके प्रयास से सिद्धि प्राप्त होकर रहेगी।’
जो सबसे बड़ी प्रेरणा शक्ति है…
उन्होंने कहा, ‘भारत केवल एक भू-भाग नहीं है, बल्कि हमारी सभ्यता, संस्कृति और संभावनाओं की एक अभिव्यक्ति है। आज भारत अपने भविष्य की नींव रख रहा है, इसके पीछे जो सबसे बड़ी प्रेरणा शक्ति है… वो हमारे समाज की शक्ति है, जन-जन की शक्ति है।’
अपनी सभ्यता पर गर्व
मोदी ने कहा कि भारत के लोग हजारों साल पुराने अपने इतिहास, अपनी सभ्यता पर गर्व करते हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत को भौगोलिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से तोड़ने के बहुत प्रयास हुए, लेकिन कोई भी देश के अस्तित्व को ताकत समाप्त नहीं कर पाई।’