पटना में होने जा रही विपक्ष की सबसे बड़ी बैठक! 2024 में BJP को रोकने के लिए बनाया ये खास प्लान

The biggest meeting of the opposition is going to be held in Patna! This special plan was made to stop BJP in 2024
The biggest meeting of the opposition is going to be held in Patna! This special plan was made to stop BJP in 2024
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Oppositon Meeting In Patna: विपक्ष की एकजुटता (Opposition Unity) की कवायद बीते कई महीनों से जारी है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस बीच, विपक्षी पार्टियों (Opposition Parties) ने तय किया है कि एक बड़ी बैठक बिहार (Bihar) के पटना (Patna) में होगी. बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू की रविवार को हुई मीटिंग से संकेत मिले हैं कि बीजेपी विरोधी पार्टियों की बहुप्रतीक्षित बैठक पटना में 12 जून को हो सकती है. हालांकि, जेडीयू के किसी भी सीनियर पदाधिकारी ने ऑफिशियल तौर पर इसकी पुष्टि या खंडन नहीं किया, पर मीटिंग में मौजूद कई नेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि ये खुलासा खुद सीएम नीतीश कुमार ने किया है.

BJP के विजय रथ को रोकेगा विपक्ष!

बता दें कि जेडीयू के टॉप मोस्ट लीडर नीतीश कुमार अगस्त, 2022 में बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद से ही ‘विपक्षी एकता’ की वकालत कर रहे हैं. जान लें कि बिहार में सत्ताधारी ‘महागठबंधन’ को लीड कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव जैसे बीजेपी विरोधी दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.

कौन-कौन है महागठबंधन का हिस्सा?

गौरतलब है कि जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट दलों एवं अन्य कुछ पार्टियां महागठबंधन की घटक हैं. दरअसल, विपक्षी नेताओं की एक बड़ी मीटिंग पटना में आयोजित करने का विचार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था. ‘विपक्षी एकता’ कैंपेन के हिस्से के तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ना केवल शरद पवार और उद्धव ठाकरे जैसे कांग्रेस के साथियों के साथ, बल्कि तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव के साथ भी बातचीत की है.

विपक्ष के लिए सबसे बड़ा पेंच!

हालांकि, अभी तक तय नहीं हुआ है कि विपक्ष की तरफ से पीएम उम्मीदवार कौन होगा? विपक्ष की तरफ से अभी तक किसी का नाम भले ही साफ नहीं हुआ है लेकिन पीएम पद के कई दावेदार हो सकते हैं. इसमें नीतीश कुमार, शरद पवार, ममता बनर्जी और केसीआर का नाम प्रमुख है.