
पिथौरागढ़। हिमाचल प्रदेश में सरकार चला रहे आधे से ज्यादा मंत्री दागदार हैं। इस मामले में उत्तराखंड सरकार की छवि पूरी तरह साफ है। पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट के सभी मंत्री बेदाग हैं। मंत्रियों की छवि को लेकर देश के 28 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में कराए गए सर्वे के नतीजों के फलस्वरूप यह तथ्य सामने आए हैं। इसके अलावा 25 राज्यों में मंत्री पद पर ऐसे नेता हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इन 25 राज्यों के करीब 43 फीसदी मंत्रियों के नाम आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह सर्वे एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स(एडीआर) ने किया। एडीआर ने 28 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की वर्तमान कैबिनेट के सदस्यों द्वारा चुनाव से पूर्व जमा किए शपथ पत्रों का विश्लेषण किया।
इसके बाद एडीआर ने बीती 31 जनवरी को एक रिपोर्ट जारी कर विश्लेषण से मिले नतीजों को सार्वजनिक किया। रिपोर्ट के अनुसार, उक्त राज्यों के कुल 558 मंत्रियों में से 239 ने अपने ऊपर आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। 164 मंत्रियों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के साथ अत्याचार जैसे गंभीर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। इसके अलावा 11 मंत्रियों पर सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित मामले पंजीकृत हैं। बिहार में नीतिश कैबिनेट के मंत्रियों पर हत्या के सर्वाधिक मामले दर्ज हैं।
तमिलनाडु आपराधिक छवि के मंत्रियों में नंबर वन : आपराधिक छवि के मंत्रियों में तमिलनाडु नंबर वन है। यहां मंत्रिमंडल के कुल 33 मंत्रियों में से 28 यानि 85 फीसदी मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। बिहार के 70 फीसदी मंत्रियों पर भी मुकदमे दर्ज हैं।
उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में साफ छवि की सरकारें
उत्तराखंड के अलावा देश में चार और राज्यों के मंत्री साफ छवि के हैं। इनमें आंध्र प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर और मेघालय शामिल हैं। इन राज्यों में 49 मंत्री हैं और उनमें से किसी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
आपराधिक छवि के मंत्रियों वाले प्रमुख पांच प्रदेश
तमिलनाडु 85
हिमाचल 78
तेलंगाना 76
महाराष्ट्र 75
पंजाब 73 (आंकड़े प्रतिशत में)
28 प्रदेश और दो केंद्र शासित प्रदेशों के वर्तमान मंत्रिपरिषद के 43% मंत्रियों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले बताए हैं। उत्तराखंड के किसी मंत्री पर केस नहीं।
नवीन मौनी,प्रोग्राम एसोसिएट,एडीआर