- अभी अभीः मुंबई में बाबा सिद्दीकी की अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या, मारी इतनी गोलियां कि… - October 12, 2024
- यूपी में अधिकारियों की सूची हो रही तैयार! अब गिरेगी गाज; सभी DM को… - October 12, 2024
- दशहरा पर राजस्थान के कर्मचारियों को मिला दिवाली गिफ्ट, सीएम ने किया बोनस का ऐलान - October 12, 2024
बाड़मेर: सत्ता परिवर्तन का संकल्प लेकर चुनाव मैदान में उतरी बीजेपी ने इस बार बूथ जीतो चुनाव जीता का नारा दिया था। हर बूथ पर ज्यादा से ज्यादा वोटिंग कराने का आह्वान किया गया था। मजबूत मानी जाने वाली चुनिंदा विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने के प्रयास किए थे। इसके लिए प्रभारियों और विस्तारकों को फील्ड में सक्रिय किया गया, लेकिन जिन सीटों पर ज्यादा वोटिंग की कोशिशें की, वहां मतदान कम हुआ। मतदान के आंकड़ों ने बीजेपी को चिंता में डाल दिया है। हालांकि पार्टी बहुमत को लेकर आश्वस्त है लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद कम वोटिंग जीत के समीकरण बिगाड़ सकी है। आइए नजर डालते हैं राजस्थन की 5 विधानसभा सीटों पर।
बाड़मेर जिले की सिवाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के साथ आरएलपी ने भी ताल ठोक रखी है। पिछली बार जीत का अंतर महज 957 वोट का था। इसलिए बीजेपी ने बीजेपी ने यहां ज्यादा से ज्यादा वोटिंग के प्रयास किए थे लेकिन मतदान 1.12 फीसदी कम हुआ। वर्ष 2018 में यहां 65.82 फीसदी मतदान हुआ जबकि 2023 में 64.27 फीसदी मतदान हुआ।
जयपुर जिले की चौमू विधानसभा सीट पर बीजेपी के रामलाल शर्मा लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने के लिए मैदान में डटे हैं। शर्मा 1288 मतों के अंतर से चुनाव जीते थे। इस बार आरएलपी के छुट्टन लाल यादव यहां जीत के समीकरण बिगाड़ ना दें। ऐसे में बीजेपी ने ज्यादा से ज्यादा वोटिंग के प्रयास किए लेकिन यहां पिछली बार की तुलना में 1 फीसदी मतदान कम हुआ। वर्ष 2018 के चुनाव में चौमू में 84.23 फीसदी मतदान हुआ जबकि वर्ष 2023 में 83.61 फीसदी मतदान हुआ।
हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा विधानसभा सीट पर बीजेपी लगातार चुनाव जीतती आ रही है। जीत के सिलसिले को बरकरार रखने के लिए बीजेपी ने यहां ज्यादा से ज्यादा पोलिंग के प्रयास किए लेकिन पोलिंग बढने के बजाय 2 फीसदी घट गई। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां 84.66 फीसदी मतदान हुआ जबकि इस बार 2023 में 82.54 फीसदी मतदान हुआ।
जयपुर जिले की आमेर विधानसभा सीट पर भी मतदान काफी कम हुआ। इस सीट से बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया चुनाव मैदान में हैं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में आमेर सीट पर 80.69 फीसदी मतदान हुआ था जबकि इस बार 2023 में सिर्फ 77.56 फीसदी मतदान हुआ।
झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लगातार चुनाव लड़ती आ रही है। इस बार भी वे ही मैदान में है। राजे के चुनाव मैदान में होने के बावजूद यहां पिछली बार की तुलना में मतदान कम हुआ। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 78.43 फीसदी मतदान हुआ था जबकि वर्ष 2023 के चुनाव में 77.67 प्रतिशत मतदान हुआ।