- महंगाई ने लगाई बडी छलांग, लांघ दी लक्ष्मण रेखा-सब्जियों के दामों ने फेरा पानी - October 14, 2024
- गोवा में युवती से रेट पूछ रहे थे UP के दो युवक, पुलिस ने किया गिरफ्तार - October 14, 2024
- BREAKING: 3 प्लेन-एक ट्रेन को बम से बमों से उड़ाने की धमकीः मच गया हडकंप - October 14, 2024
Piles Symptoms: बवासीर या पाइल्स एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जो महिलाओं में भी काफी आम है. यह गुदा के आसपास की नसों में सूजन आने की स्थिति है. इसका समय रहते इलाज न कराने पर यह कई समस्याओं का कारण बन सकता है. ऐसे में इसके लक्षण जानना बेहद जरूरी है.
बवासीर के लक्षण
मल त्याग के दौरान दर्द: मल त्याग करते समय तेज दर्द होना बवासीर का सबसे आम लक्षण है.
गुदा में खुजली: गुदा क्षेत्र में लगातार खुजली महसूस होना.
मल में खून आना: मल में चमकदार लाल रंग का खून आना.
एनस में गांठ: गुदा के आसपास छोटी-छोटी गांठें महसूस होना.
कब्ज: मल त्याग के बाद भी ऐसा लगना कि मल अभी भी बाकी है.
एनस में जलन: गुदा क्षेत्र में जलन महसूस होना.
सूजन: एनस के आसपास सूजन होना.
बवासीर के कारण
कब्ज से मल त्याग के दौरान ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, जिससे गुदा की नसों पर दबाव बढ़ जाता है.
प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ा हुआ पेट दबाव बढ़ाता है और बवासीर का खतरा बढ़ जाता है.
भारी वस्तुओं को उठाना भी बवासीर का कारण बन सकता है.
एक ही मुद्रा में लंबे समय तक रहने से भी बवासीर हो सकती है.
मोटापा भी बवासीर का एक जोखिम कारक है.
बवासीर से बचाव
फाइबर से भरपूर चीजें जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाने से कब्ज की समस्या से बचा जा सकता है.
पर्याप्त पानी पीने से मल को नरम बनाए रखने में मदद मिलती है.
नियमित एक्सरसाइज करने से पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिलती है.
भारी वस्तुओं को उठाने से बचें या उठाने के समय सावधानी बरतें.
लंबे समय तक एक ही पोजीशन में न बैठें या खड़े रहें. हर आधे घंटे में अपनी पोजीशन बदलते रहें.
वजन को मेंटेन रखें. इससे बवासीर का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है.
एनस के आसपास की जगह को साफ रखने के लिए हल्के गुनगुना पानी से धोएं और साफ कपड़े से पोंछें.
मसालेदार और तली हुई चीजों से बचें, क्योंकि इससे पाचन तंत्र बिगड़ सकता है