बेचैनी और घबराहट होने पर बॉडी ऐसे करती है रिएक्‍ट, धड़कनों पर भी नहीं रहता कंट्रोल

This is how the body reacts when there is restlessness and nervousness, there is no control even on the beats
This is how the body reacts when there is restlessness and nervousness, there is no control even on the beats
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चिंता यानी एंग्जायटी आखिर किसे नहीं होती । हर व्यक्ति को किसी घटना, स्थिति को लेकर डर या चिंता रहती है। लेकिन अगर चिंता का स्तर लंबे वक्त तक बना रहे, या व्यक्ति इसे इग्नोर करे, तो यह एंग्जायटी अटैक का रूप ले लेती है। एंग्जायटी अटैक में व्यक्ति हर वक्त चिंता, डर और बेचैनी का अनुभव करता है। उसकी दिल की धड़कन तेज होने लगती है और घुटन की हद तक सांस फूलने लगती है।

शरीर में अन्य तरह के बदलाव भी देखने को मिलते हैं। इस समय मन और शरीर कुछ अलग ही तरह से प्रतिक्रिया करते हैं। हालांकि चिंता के लक्षण बहुत आसानी से नजर नहीं आते, इन्हें पहचानना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए हम यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन पर अगर आप थोड़ा ध्यान दें, तो एंग्जायटी अटैक से बच सकते हैं।

​पसीना आना
व्यक्ति को कभी न कभी किसी भी चीज को लेकर घबराहट हो सकती है। लेकिन जब घबराहट बहुत ज्यादा हो और लंबे समय तक बनी रहे, तो आप एंग्जायटी अटैक की गिरफ्त में आ सकते हैं। याद रखें, एंग्जायटी अटैक आने पर संभावना है कि बहुत पसीना आएगा या ठंड से कंपकपी होगी।

​ध्यान केंद्रित न कर पाना

जब मन शांत न हो , बेचैनी महसूस होती रहे, कुछ भी कंट्रोल में न हो। यदि चिंता के इन लक्षणों के साथ मन के भ्रमित होने की स्थिति का अनुभव करें, तो एंग्जायटी अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

​सांस लेने में परेशानी होना

सांस की तकलीफ एंग्जायटी अटैक का सामान्य संकेत हो सकता है। एंग्जायटी अटैक के दौरान बॉडी कई तरह से रिस्पॉन्ड करती है। आप ठीक से सांस नहीं ले पाते और घुटन महसूस होती है। कुल मिलाकर एंग्जायटी अटैक आपके लिए सांस लेना मुश्किल बना सकता है।

​दिल की धड़कन तेज होना
कई बार किसी डर की वजह से दिल तेजी से धड़कने लगता है। लेकिन दिल की धड़कन का तेज होना एंग्जायटी अटैक का सामान्य लक्षण है। इसमें आप महसूस कर सकते हैं कि आपका दिल तेजी से दौड़ रहा है। कई बार ऐसा लगता है जैसे दिल की धड़कन अचानक से रूक गई हो। इसलिए कभी आपके साथ ऐसा हो, तो इसे मामूली न समझें। ज्यादा देर न करते हुए डॉक्टर से बात करें।

​जबरदस्त भावनाओं से घिरा होना
जो लोग एंग्जायटी अटैक का अनुभव करते हैं, उनका मन अक्सर भावनाओं से भरा रहता है। इसे मैनेज कर पाना बहुत मुश्किल है। यह तर्कसंगत रूप से व्यक्ति के सोचने और कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करता है। हो सकता है इस वजह से आपके रोज के काम में भी बाधा आए। बता दें, कि जब तक आपको एंग्जायटी अटैक का आभास हो पाए, आप खुद पर से पूरा नियंत्रण खो देते हैं। इस समय व्यक्ति खुद को असहाय महसूस करता है।

​एंग्जायटी अटैक के लक्षण
एंग्जायटी अटैक के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोग एंग्जायटी के हल्के लक्षण महसूस करते हैं, जबकि कुछ लोगों को इसके खतरनाक लक्षण दिख सकते हैं।

​सीने में जकड़न होना
एंग्जायटी अटैक से जुड़ा सीने में दर्द सामान्य सीने में दर्द और हार्ट बर्न से बहुत अलग है। बहुत ज्यादा चिंता के मामले में छाती कस जाती है और आपको तेज दर्द होने लगता है। कई मामलों में लोगों को लंबे समय तक दर्द बने रहने की शिकायत होती है।

एंग्जायटी अटैक खतरनाक हो सकता है। अगर आपकी चिंता के लक्षण बार-बार पैदा होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। इसके लिए प्रभावी इलाज उपलब्ध है और कई सेल्फ स्ट्रेटेजी भी आपकी मदद कर सकती हैं।