हरियाणा के 8 जिलों में आंधी-बारिश: 37 साल बाद मई सबसे ठंडा रहा; 3 जून से दोबारा गर्मी का दौर

Thunderstorm and rain in 8 districts of Haryana: May was the coldest after 37 years; Summer season again from June 3
Thunderstorm and rain in 8 districts of Haryana: May was the coldest after 37 years; Summer season again from June 3
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सोनीपत: हरियाणा के 10 के करीब जिलों में अल सुबह से ही बूंदाबांदी और आंधी का दौर चल रहा है। रात को महेंद्रगढ़ में जहां 15 एमएम बारिश दर्ज हुई है, वहीं सोनीपत, रेवाड़ी, गुरुग्राम, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व फतेहाबाद में भी बारिश की गतिविधि देखने को मिली। अभी भी आसमान बादलों से घिरा है और अगले कुछ घंटों में 10 जिलों में 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चलने और कुछ देर के लिए गरज चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।

प्रदेश में मार्च, अप्रैल व मई के 3 महीने में 101 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई है। यह सामान्य बारिश 43.7 एमएम से 131 प्रतिशत ज्यादा रही है। मौसम विभाग का जो अनुमान है, उसके अनुसार 1 जून काे भी प्रदेश में ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम खराब रहेगा। आंधी और बूंदाबांदी होती रहेगी। फिलहाल कुछ घंटों में हिसार, जींद, भिवानी, मेवात, रोहतक, पानीपत, गुरुग्राम, सोनीपत, पलवल, कैथल, करनाल व पंचकूला में बूंदाबांदी-तेज हवा का अलर्ट है।

नौतपा तक बनी रहेगी राहत
2 जून से मौसम में बदलाव शुरू होगा और 3 जून से फिर से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी शुरू हो जाएगी। हालांकि राहत की बात दें कि नौतपा के तपाने वाले जो पहले 9 दिन होते हैं, वह 3 जून को गुजर जाएंगे। फिलहाल प्रदेश में प्री मानसून जैसे हालात कब से होंगे, इस पर फिलहाल नई जानकारी नहीं मिली है।

1987 के बाद मई रहा सबसे ठंडा
मई महीने में हरियाणा में जो मौसम रहा है, उसमें लोगों ने गर्मी भी झेली और सुहावने मौसम का भी आनंद लिया। मई में तापमान सामान्यत: 37 डिग्री के आसपास रहा है। वर्ष 1987 के बाद अब 36 साल बाद मई में इतना कम तापमान रहा है। इस बार 7 पश्चिमी विक्षोभ झेले हैं। इनके असर से बीच बीच में बारिश और बूंदाबांदी व आंधी का दौर चलता रहा। नौतपा 25 मई से शुरू हुआ था। हरियाणा में 24 मई से ही बारिश की गतिविधियां शुरू हो गई थी। पिछले 6 दिनों में गुरुग्राम में सबसे ज्यादा बारिश देखने को मिली है। वहीं यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व अंबाला में भी बदरा खूब बरसे हैं। हालांकि बारिश कुछेक समय के लिए ही हुई, लेकिन इससे गर्मी का मौसम सुहावना जरूर हो गया।

शकुन से गुजरा जेठ माह
6 मई को जेठ महीने के शुरुआत सुहावने मौसम के साथ हुई, लेकिन 7 मई को अधिकतम तापमान 1.5 डिग्री बढ़ कर 40.9 डिग्री पर पहुंच गया। हालांकि यह सामान्य से 3.1 डिग्री नीचे रहा, लेकिन आमजन ने गर्मी का सामना किया। मई के 15 दिन अधिकतम तापमान प्रदेश में 40 डिग्री से 45.5 डिग्री के बीच रहा है। नारनौल में तो रात का पारा भी 32 डिग्री को क्रॉस कर गया था। खास बात रही है कि मई के अधिकतम दिन अधिकतम व न्यूनतम तापमान आमतौर पर सामान्य से नीचे रहा। झुलसा देने वाली गर्मी का सामना केवल सप्ताह भर तक करना पड़ा है।

अब आगे क्या
माैसम विभाग ने अब 5 दिनों के लिए मौसम का जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसके अनुसार आज और कल यानी 1 जून तक बारिश व आंधी की गतिविधि चलती रहेगी। 2 जून से मौसम में बदलाव होगा। 3 जून से तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा। 4 व 5 जून से फिर से प्रदेश के लोगों को गर्मी झेलनी पड़ सकती है।