- दंतेवाड़ा में हिंसा की राह छोड़ 18 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, इसमें 3 महिलाएं भी शामिल - April 24, 2024
- बिहार में एक कट्टा जमीन और रुपयों के लिए नवविवाहिता की हत्या, ससुराल वालों ने बालू में किया दफन - April 24, 2024
- छत्तीसगढ़ में भाजपा नेता ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखी यह वजह, शादी में गया था परिवार - April 24, 2024
नई दिल्ली | दक्षिणी दिल्ली (South Delhi) की लोधी कॉलोनी (Lodhi Colony) में सीआरपीएफ (CRPF) मुख्यालय के निर्माणाधीन भवन के पास एक झुग्गी बस्ती में रविवार (2 अक्टूबर) तड़के दो लोगों ने 6 साल के बच्चे की गर्दन काट दी. पुलिस (Delhi Police) ने कहा कि षष्ठी (दुर्गा पूजा की छठी रात) पर देवता (भोले बाबा) को प्रसन्न करने के लिए आरोपी की तरफ से बच्चे की बलि दी गई थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस (Police) ने बताया कि दोनों आरोपी नशे के आदी हैं. एक आरोपी ने दूसरे से कहा कि उसने सपना देखा कि भोले बाबा बच्चे का सिर काटने को कह रहे हैं.
दक्षिणी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने दुर्गा पूजा के छठे दिन भोले बाबा (देवता) को खुश करने के लिए बच्चे की बलि दी. चौधरी ने कहा, “रविवार (2 अक्टूबर) को लगभग 12.40 बजे सीआरपीएफ मुख्यालय के निर्माणाधीन भवन के सुरक्षा प्रभारी का फोन आया कि 6 वर्षीय बच्चे का गला काट दिया गया और दो आरोपियों को साइट कर्मियों और सीआरपीएफ के जवानों ने पकड़ लिया है.”
उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई, बाद में पीड़ित की पहचान साइट पर काम करने वाले मजदूरों में से एक के बेटे के रूप में हुई. पीड़िता के माता-पिता उत्तर प्रदेश के बरेली के मूल निवासी हैं.
बिहार के रहने वाले हैं दोनों आरोपी
उन्होंने आगे कहा कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बिहार के कटिहार के विजय कुमार और सहरसा के अमर कुमार के रूप में हुई है. वे दोनों साइट पर सीमेंट कटर के रूप में भी काम कर रहे थे और नियमित रूप से गांजा और धूम्रपान करते थे. आरोपियों में से एक ने कहा कि उसने एक सपना देखा था, जिसमें भोले बाबा चाहते हैं कि वे एक बच्चे का गला काटकर बलि दे.”
बच्चा आरोपियों को जानता था
डीसीपी ने आगे कहा कि बच्चा आरोपी को भी जानता था. चौधरी ने आगे कि कहा, “आरोपी और बच्चे के माता-पिता के बीच कोई दुश्मनी नहीं थी. शनिवार की रात करीब साढ़े दस बजे जब बच्चा अपने शेड में जा रहा था तो आरोपी ने उसे खाना बनाने के लिए अपने घर बुलाया. यह जबरदस्ती नहीं था क्योंकि बच्चा उन्हें जानता था. इसके बाद, उन्होंने बच्चे को मार डाला. इस बीच बच्चे के माता-पिता ने यह भी कहा कि दोनों आरोपी अक्सर मजदूरों को कहानियां सुनाते थे कि अगर कोई भोले बाबा और देवी दुर्गा को कुछ जीवित प्राणियों की बलि दे तो चमत्कार कैसे हो सकता है.
सभी को सुनाते थे बलि देने की कहानी
बच्चे के माता-पिता ने बताया “किसी भी मजूदर ने उनकी इस बेतुकी बात पर ध्यान नहीं दिया क्योंकि वे हर समय गांजा और भांग के नशे में रहते थे. मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन ये नशा करने वाले मेरे बच्चे (Child) को मार डालेंगे.” फिलहाल, शव का पोस्टमार्टम (Post Mortem) एम्स ट्रॉमा सेंटर से किया जा रहा है. आरोपियों ने जो कपड़े अपराध के समय पहने थे उसके साथ वारदात में शामिल हथियार भी बरामद किए गए हैं.