हरियाणा में कोरोना काल में मंत्रियों ने खूब खरीदी नई कारें, खर्च कर दिया 90 लाख

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देश जब इस साल की शुरुआत में कोरोना संकट से जूझ रहा था, तब हरियाणा की सरकार अपने मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए महंगी गाड़ियों पर खर्च कर रही थी. RTI में दिए गए एक जवाब में इस बात का खुलासा हुआ है कि इस साल जनवरी से लेकर जुलाई तक हरियाणा सरकार ने अपनी कैबिनेट के लिए महंगी गाड़ियां खरीदीं.

आरटीआई में खुलासा हुआ है कि माननीयों ने सिर्फ नई गाड़ियां ही नहीं खरीदीं, बल्कि 90 लाख रुपये से अधिक का तेल भी खर्च किया.

हरियाणा में भी कोरोना की दूसरी लहर के दौरान काफी हाहाकार देखने को मिला था. फरवरी-मार्च के बाद दूसरी लहर अपने पीक पर थी, तब फरीदाबाद हो या फिर गुरुग्राम कई जगह कोरोना से मचे हाहाकार, ऑक्सीजन के महासंकट की तस्वीरें दुनिया के सामने आई थीं.

हरियाणा के समाजसेवी बृजपाल परमार द्वारा लगाई आरटीआई में इन सभी बातों का खुलासा हुआ है. जिसमें बताया गया है कि जनवरी से जुलाई के बीच मंत्रियों के लिए नई कारें ख़रीदी गई और मंत्रियों ने सात माह में अपनी कारों को कितना दौड़ाया.

बृजपाल ने बताया कि सरकार के हर मंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र हुडडा के लिए 36 लाख 30 हजार 657 रुपये कीमत की कार खरीदी गई. उन्होने बताया कि सीएम मनोहर लाल के लिए ऐसी चार कार खरीदी गईं और गृह मंत्री अनिल विज के लिए 65 लाख 75 हजार रुपये की सबसे महंगी गाड़ी ख़रीदी गई.

आरटीआई के मुताबिक, सात माह में सबसे ज़्यादा मंत्री ओपी यादव की गाड़ी चली और सबसे अधिक तेल खर्च किया गया. अगर सबसे कम की बात करें, तो सीएम मनोहर लाल की कार मात्र 20593 किलोमीटर चली और 218114 रुपये का तेल खर्च हुआ.

वहीं, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की कार 27531 किलोमीटर चली और 329617 रुपये का तेल ख़र्च किया. कृषि मंत्री जेपी दलाल की कार 27980 किलोमीटर चली और 296968 रूपये का तेल फूंका. महामारी के इन सात माह में मंत्रियों की कारों ने करीब 90 लाख रुपये का तेल खर्च किया.