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लखनऊ. यूपी बोर्ड की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। यूपी बोर्ड ने इंटरमीडिएट में एक छात्र को तीन विषयों में फेल कर दिया। लेकिन छात्र ने जेईई एडवांस की परीक्षा में 80 फीसदी अधिक अंक हासिल किए तो हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी। हाईकोर्ट ने यूपी बोर्ड से याची छात्र की उत्तर पुस्तिका तलब की। इस पर आननफानन बोर्ड के अफ सरों ने भूल सुधार करते हुए फेल छात्र के घर उसके पास होने का प्रमाण पत्र पहुंचा दिया।
मथुरा के जैनिस सोनकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज, सोनई राया से इंटरमीडिएट 2022 की परीक्षा दी। जब परिणाम घोषित हुआ तो जैनिस को अंग्रेजी, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान में फेल कर दिया गया। उसे परिणाम पर यकीन नहीं हुआ। जैनिस ने जेईई एडवांस की भी परीक्षा दी थी। इस परीक्षा में उसे 80.48 प्रतिशत अंक मिले। उसे जेईई मेंस की परीक्षा में शामिल होने के लिए इंटरमीडिएट की परीक्षा का प्रमाण पत्र भी अपलोड करना था।
कोई रास्ता न देख जैनिस ने हाईकोर्ट में रिट दायर कर दी। इस पर कोर्ट ने याची की उत्तर पुस्तिका तलब कर ली। इस पर यूपी बोर्ड के अफसर हरकत में आ गए। आननफानन छात्र की उत्तर पुस्तिका की जांच की तो उसे अंग्रेेजी में 82, भौतिक विज्ञान में 53 और रसायन विज्ञान में 53 नंबर मिले थे। इस पर बोर्ड ने भूल सुधार करते हुए हाईकोर्ट में सुनवाई की निर्धारित तिथि से पहले ही जैनिस के घर पास का प्रमाण पत्र पहुंचा दिया।