अखिलेश यादव को मिली जीत की जुगत, यूपी चुनाव के लिए बनाई ये रणनीति

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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव इटावा के सैफ़ई गांव में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. उनकी समस्याओं को सुनते हुए 2022 के चुनाव के लिए भी निर्देशित किया. कार्यकर्ताओं की भीड़ में एक 7-8 साल की बच्ची मैनपुरी से अखिलेश यादव को राखी बांधने आई थी. अखिलेश यादव ने हाथ बढ़ाकर उस बिटिया से राखी बंधवाने के बाद उसको उपहार स्वरूप 2000 रुपये भी दिए. अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए सवालों के जवाब दिए और जनपद के स्थानीय नेताओं के साथ 2022 के चुनाव को लेकर चर्चा भी की.

अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों को लेकर बयान दिया है. अखिलेश यादव ने कहा है कि एटा, कानपुर देहात में बिजली का प्लांट लगने वाला था. अगर वह लग जाता तो उत्तर प्रदेश को अतिरिक्त बिजली मिलती. लेकिन भाजपा ने बिजली महंगी कर दी. सिलिंडर और सरसों के तेल की कीमत क्या है, यह सब जानते हैं. इन्हीं मुद्दों पर इस बार का चुनाव होना है. उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश की जनता मन बना चुकी है कि 2022 में भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना है.

बिकरु कांड में क्लीन चिट पर उठाया सवाल
वहीं, बिकरु कांड में पुलिस और एसटीएफ को क्लीन चिट मिलने पर अखिलेश ने कहा कि जो भी एजेंसी जांच कर रही थीं, वह भले ही क्लीन चिट दे दें, लेकिन जनता के जो मन में है, जो सच्चाई जानते हैं उनके दिल दिमाग से आप सच कैसे निकालोगे?

शिवपाल सिंह से गठबंधन पर अखिलेश यादव ने कहा कि छोटे दलों के लिए रास्ता खोला है, जो भारतीय जनता पार्टी को हराना चाहते हैं. उन सभी दलों को साथ लेने का काम सपा करेगी. अखिलेश यादव का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी घबराई हुई है. अब नाराज साथियों को मनाने में लगी हुई है, उनसे सौदा कर रही है.

राहुल गांधी के पोस्ट डिलीट करने के जवाब में
पूर्व सीएम अखिलेश ने कहा कि राहुल गांधी और अन्य नेताओं के पोस्ट डिलीट करने वाली बात चुनाव तक सुनने में आती रहेगी. अगर आफ भाजपा के खिलाफ कुछ लिखते हैं तो हो सकता है कि आप जेल चले जाएं. अखिलेश यादव का कहना है कि भाजपा को आजादी मिली है कुछ भी लिखने की. इतना ही नहीं, अखिलेश ने यह भी कहा कि भाजपा के द्वारा प्रताड़ित विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने बंगाल और बिहार की चुनावी हिंसा से सबक सीखा है. उसका मुकाबला चुनाव स्तर पर नेता कार्यकर्ता करेंगे.