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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government of UP) अबकी बार राज्य के सभी क्षेत्रों में दीपावली मेले (Diwali Fair in All UP Cities) का आयोजन कराएगी. मेला 28 अक्टूबर से शुरू होकर 4 नवंबर तक चलेगा. आपको बता दें कि इस बार दीपावली 5 नवंबर को है. नगर विकास के प्रभारी अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस संबंध में बुधवार को शासनादेश जारी कर दिया, जिसमें कहा गया है कि मेले के आयोजन के लिए शहरों में पर्याप्त व समुचित स्थान का चयन किया जाए.
मेले में पटरी विक्रेताओं के लिए उपयुक्त स्थान चिह्नित किया जाएगा. फूड स्टाल, मनोरंजन के झूले आदि व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मेला स्थल के पास पार्किंग की समुचित व्यवस्था की जाएगी. स्ट्रीट वेंडर्स के लिए समुचित स्थान की व्यवस्था की जाएगी. इसका मकसद पटरी दुकानदों का कारोबार बढ़ाना है. मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, इसके लिए मंच की व्यवस्था की जाएगी.
मेले को आकर्षक बनाने के लिए होगी विशेष व्यवस्था
मेले को आकर्षक बनाने के लिए सेल्फी, सेल्फी विद ग्रेट लीडर्स और विभिन्न प्रकार के पोस्टर, स्लोगन आदि की प्रगतियोगिताएं आयोजित कराई जाएंगी. मेला स्थल पर सफाई की विशेष व्यवस्था की जाएगी. कोविड से बचाव के भी जरूरी उपाय किए जाएंगे. स्वनिधि योजना के लाभार्थियों के लिए एक डेडीकेटड पंजीकरण डेस्क की व्यवस्था भी की जाएगी.
हर शहर में चयनित स्थान पर 7 दिन का दीपावली मेला
उत्तर प्रदेश के प्रत्येक शहर में इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी. स्थानीय निकायों के प्रभारी अधिकारी इसके सदस्य सचिव होंगे. एसएसपी, एसपी, सीएमओ, ईओ, जिला सूचना अधिकारी व डीएम द्वारा नामित एक एक अधिकारी इस कमेटी के सदस्य होंगे. मेला स्थल का चयन 16 अक्टूबर से शुरू कर दिया जाएगा. दरअसल, कोरोना काल में रेहड़ी-पटरी वालों और कारीगरों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. उनकी बिक्री बढ़ाने के उद्देश्य से ही इस मेले का आयोजन सरकार करवा रही है.