भाजपा ने पूरी की कल्याण सिंह की अंतिम इच्छा, ऐसे दी गई अंतिम विदाई

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लखनऊ। राममंदिर आंदोलन के बड़े चेहरे और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के बाद रविवार को उन्हें श्रद्घांजलि देने का सिलसिला जारी रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनके अंतिम दर्शन करने के लिए दिल्ली से लखनऊ आए और फिर वापस लौट गए।

अलग-अलग दलों के नेताओं ने लखनऊ स्थित उनके घर जाकर अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्घांजलि दी। उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास से पहले भाजपा कार्यालय ले जाया गया और फिर विधान भवन में रखा गया जहां पर एक के बाद एक राजनेताओं ने उनके अंतिम दर्शन किए।

भाजपा कार्यालय में ही कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को तिरंगे के साथ ही भाजपा के झंडे से भी लपेटा गया। दरअसल, उनकी इच्छा थी कि निधन के बाद उनके शरीर को भाजपा के झंडे से लपेटा जाए। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उनकी अंतिम इच्छा को सम्मान देते हुए कार्य पूरा किया।

भाजपा कार्यालय पर उन्हें श्रद्घांजलि देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। भाजपा के नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उनके अंतिम दर्शन के लिए आए। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि उनके जाने से जो शून्य उभरा है उसे भर पाना लगभग असंभव है।

कल्याण की पार्थिव देह अलीगढ़ स्टेडियम में अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। उनका अंतिम संस्कार 23 अगस्त की शाम नरौरा, बुलंदशहर में गंगा तट पर होगा।

सोमवार को सार्वजनिक अवकाश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश में 3 दिन के राजकीय शोक और सोमवार 23 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। इस दिन सभी राजकीय कार्यालय, शिक्षण संस्थाएं और बैंक बंद रहेंगे।

भाजपा कार्यालय में उनके पार्थिव शरीर को मुख्यमंत्री योगी ने नमन किया।
इसके बाद भाजपा के अन्य नेताओं ने एक के बाद एक उन्हें नमन किया।