अभी-अभी: यूपी में घोषित हुआ नया गन्ना मूल्य, खुशी से झूम उठा किसान

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लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मास्‍टरस्‍ट्रोक खेल दिया है। रविवार को यूपी सरकार ने गन्‍ने का अध‍िकतम मूल्‍य 25 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की घोषणा कर दी। पहले यहां गन्‍ने का रेट 325 रुपये प्रति क्विंटल था जो अब बढ़ कर 350 रुपये हो गया है। योगी सरकार ने कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद से ठीक एक दिन पहले यह फैसला लिया है। लंबे समय से पश्चिमी यूपी के किसान पड़ोसी हरियाणा की तर्ज पर गन्‍ने का मूल्‍य बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। हरियाणा में 362 रुपये प्रति क्विंटल का भाव दिया जा रहा है। यूपी सरकार ने अपने फैसले से किसानों की मांगों को काफी हद तक पूरा करने का प्रयास किया है।

गौरतलब है कि इससे पहले अगस्‍त में केंद्र की मोदी सरकार ने भी किसानों को खुश करने की कोशिश की थी। केंद्र सरकार ने मिलों के लिए गन्‍ने का रेट 285 से बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था। अब यूपी सरकार ने भी किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश में अभी किसानों को गन्‍ने की कीमत वैराइटी के हिसाब से 310 रुपये, 315 रुपये और 325 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा था। 2017 में योगी सरकार के आने के तुरंत बाद गन्‍ने के रेट 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाए गए थे। उसके बाद से बढ़ोतरी नहीं हुई थी। चुनाव से पहले गन्‍ने का रेट बढ़ाने का फैसला योगी सरकार के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।

पंजाब में गन्‍ने का दाम 360 तो हरियाणा में 362 रुपये
यूपी की तरह पंजाब में भी अगले साल चुनाव होने वाले हैं। कुछ महीने पहले पंजाब के मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी गन्‍ने के स्टेट एग्रीड प्राइस (SAP) में 35 रुपये की बढ़ोत्‍तरी की थी। पेराई सीजन 2021-22 के लिए पंजाब में 35 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि से गन्‍ने की कीमत 360 रुपये होगी। यह पड़ोसी राज्य हरियाणा से 2 रुपये कम है। ऐसे में चुनावी साल में यूपी सरकार पर भी गन्‍ने की कीमत बढ़ाने का चौतरफा दबाव था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्‍ने की खेती सबसे ज्‍यादा होती है। 2014 और 2019 के लोकसभा व 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इस इलाके से भरपूर समर्थन मिला था। इस लिहाज से योगी सरकार की तरफ गन्‍ने का दाम बढ़ाने का फैसला जरूरी हो गया था।

गन्‍ना किसानों की आय में 8 प्रतिशत का होगा इजाफा: योगी आदित्‍यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा ‘सरकार ने तय किया है कि सामान्य गन्‍ने का 315 रुपये (प्रति क्विंटल) अब तक दाम था, उसमें भी अब 25 रुपये की वृद्धि होगी और प्रति क्विंटल 340 रुपये का भुगतान होगा। साथ ही सरकार ने अनुपयुक्‍त गन्‍ने के दाम में भी प्रति क्विंटल 25 रुपये की वृद्धि करने का फैसला किया है।’ सीएम ने कहा कि हमारा प्रयास है कि नई तकनीक के साथ किसान को अत्याधुनिक बीज दें ताकि वे भी अगेती गन्‍ना का ही उत्पादन करने की दिशा में आगे बढ़ें। योगी आदित्यनाथ ने किसानों को इस नई घोषणा के फायदे बताते हुए कहा, ‘इससे गन्ना किसानों की आय में अतिरिक्त आठ प्रतिशत की वृद्धि होगी और 45 लाख किसानों के जीवन में परिवर्तन होगा। यह परिवर्तन सामान्य नहीं है। 119 चीनी मिलों को चलाना है और एथनॉल के साथ इसे जोड़ना है।’

यूपी में 8 लाख हेक्‍टेयर तक बढ़ा गन्‍ने की खेती का रकबा
कुछ समय पहले यूपी के गन्‍ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर बताया था कि गन्‍ने का मूल्‍य बढ़ाने की पूरी तैयारी हो चुकी है। किसान संगठनों से इस बारे में बातचीत किया जा रहा है। राणा ने इस दौरान योगी सरकार में गन्‍ना किसानों की भलाई के लिए किए गए कामों के बारे में भी बताया। उन्‍होंने कहा कि योगी सरकार ने बंद पड़ी चीनी मिलों को चालू कराया और इसके जरिये 35 हजार लोगों को रोजगार दिया। बीजेपी सरकार के कार्यकाल में यूपी में गन्‍ने की खेती का रकबा 8 लाख हेक्टेयर तक बढ़ा। पहले 20 लाख हेक्टेयर में गन्‍ने की खेती होती थी, जो बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हो गई है।

रेकॉर्ड 4289 लाख टन गन्‍ने की हुई पेराई
गन्‍ना विकास मंत्री ने बताया कि प्रदेश में पिछले सीजन में चीनी मिलों में रेकॉर्ड 4289 लाख टन गन्‍ने की पेराई हुई है। योगी सरकार ने 4 साल के कार्यकाल में गन्‍ना किसानों को 1 करोड़ 42 हजार 311 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इस साल अब तक गन्‍ना किसानों को 84 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। इससे पहले कभी भी किसी सरकार में सितंबर तक 84 प्रतिशत गन्‍ना मूल्य का भुगतान नहीं किया गया था।