उत्तराखंड में परिवहन निगम की दो टूक, हड़ताल की वजह से बस न चली तो जाएगी नौकरी 

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देहरादून : उत्तराखंड रोडवेज संविदा-विशेष श्रेणी कर्मचारी संगठन के 19 अक्तूबर से कार्य बहिष्कार की चेतावनी को लेकर परिवहन निगम सख्त हो गया है।

कर्मचारी की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी
निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने आदेश जारी किया है कि अगर किसी भी ऐसे कर्मचारी की वजह से बस संचालन प्रभावित हुआ तो उस कर्मचारी की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।

19 अक्तूबर से कार्य बहिष्कार का एलान
दरअसल, समान वेतन व नियमितिकरण की मांग को लेकर संविदा-विशेष श्रेणी कर्मचारी संगठन आंदोलनरत है। बीते सप्ताह संगठन ने परिवहन निगम मुख्यालय में प्रदर्शन किया था और उनकी वार्ता विफल हो गई थी। जिस पर संगठन ने 19 अक्तूबर से कार्य बहिष्कार का एलान किया है।

रोडवेज में करीब 3000 संविदा व विशेष श्रेणी कर्मचारी हैं। इनमें करीब 2800 चालक-परिचालक हैं। इनमें से कुछ संविदा-विशेष श्रेणी कर्मचारी इस संगठन से जुड़े हुए हैं।

परिवहन निगम प्रबंधन इस तरह की हड़ताल को लेकर सख्त
उधर, कोरोना काल के घाटे से उबरने की कोशिश कर रहा परिवहन निगम प्रबंधन इस तरह की हड़ताल को लेकर सख्त हो गया है। निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने सभी मंडलीय प्रबंधक, सहायक महाप्रबंधकों को आदेश जारी किया है।

पुलिस की मदद से की जाएगी आवश्यक कार्रवाई
इसके तहत उन्होंने कहा है कि सभी अधिकारी हड़ताल की चेतावनी के मद्देनजर अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें। अगर किसी भी संविदा-विशेष श्रेणी कर्मचारी की ओर से बस संचालन में किसी भी तरह का व्यवधान उत्पन्न करने की कोशिश की गई तो पुलिस की मदद से उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए।

सेवाएं समाप्त की जाएं: महाप्रबंधक संचालन
साथ ही विभागीय कार्रवाई भी सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा है कि कार्य बहिष्कार की वजह से अगर कोई बस संचालन रुकता है या प्रभावित होता है तो संबंधित ड्राइवर-कंडक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उसकी सेवाएं समाप्त की जाएं।