Virat Kohli-Anushka Sharma पहुंचे ऋषिकेश के इस आश्रम में, वजह आपको भी कर देगी मजबूर

Virat Kohli-Anushka Sharma reached this ashram in Rishikesh, the reason will force you too
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अभी कुछ दिन पहले विराट और अनुष्का को वृंदावन में अपने गुरु के दर्शन करते हुए देखा गया था। जिसके बाद माना गया कि विराट ने श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में गेंदबाजों को नचाकर रख दिया था। अब इस बार फिर से, भारतीय टीम के क्रिकेटर विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले ऋषिकेश में गुरु स्वामी दयानंद के आश्रम पहुंचे थे। गुरु स्वामी दयानंद पीएम मोदी के भी गुरु हैं। कपल्स के साथ विराट कोहली की मां सरोज कोहली भी साथ में दिखी थीं। चलिए जानते हैं, आखिर गुरु स्वामी दयानंद गिरि कौन हैं।

​कौन हैं स्वामी दयानंद गिरी -​
स्वामी दयानंद गिरि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुरु हैं। साल 2015 में प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वामी दयानंद गिरि के आश्रम में उनसे आशीर्वाद भी लिया था। जब से पीमए मोदी यहां से होकर आएं हैं, तब से अबतक कई दिग्गज भी यहां गुरूजी के दर्शन करने के लिए आ चुके हैं। बता दें, शंकर परंपरा के वेदांत और संस्कृत शिक्षक स्वामी दयानंद गिरी का निधन 2015 में हो गया था। उन्होंने करीबन 50 सालों तक देश और विदेश में शिक्षा दी थी।

रिपोर्ट के अनुसार, विराट कोहली-अनुष्का शर्मा और उनकी मां सरोज कोहली तीनों ने आश्रम में दयानंद सरस्वती की समाधि के दर्शन किए थे। पहुंचने के बाद विराट कोहली 20 मिनट तक वहां ध्यान लगाकर बैठे रहे थे। यहां 11 सितंबर 2015 को पीएम मोदी भी आए थे। वहीं अगर बात करें साऊथ सुपरस्टार की तो यहां रजनीकांत भी आ चुके हैं।

सुनने में आया है कि आश्रम में दयानंद सरस्वती की समाधि के बाद विराट और अनुष्का गंगा भी पहुंचे थे और यहां उन्होंने गंगा आरती भी की थी। इसके बाद वो ऋषिकेश के यम्केश्वर में जाकर रिजॉर्ट में भी रुके थे। रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार के दिन भी विराट कोहली और उनका परिवार ऋषिकेश में ही रहा था। इस समय उन्होंने हवन यज्ञ भी किया था और उनकी ओर से भंडारे के आयोजन भी हुआ था।

ऋषिकेश में आपको कई घाट दिख जाएंगे, लेकिन ऋषिकेश में एक ऐसा पवित्र घाट भी है, जहां की गंगा आरती सबसे ज्यादा फेमस है। हम बात कर रहे हैं त्रिवेणी घाट की, त्रिवेणी नाम संस्कृत शब्द त्रि (तीन) और वेणी (संगम) से आया है, जिसका अर्थ है तीन का संगम। यह ऋषिकेश के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण घाटों में से एक है, जो उत्तराखंड में अपने पवित्र और आध्यात्मिक वातावरण के लिए जाना जाता है। अगर आप ऋषिकेश आ रहे हैं, तो इस घाट की गंगा आरती में जरूर शामिल हो।