ओटीटी पर अजय देवगन (Ajay Devgn) की डेब्यू सीरीज 'रुद्रा: द ऐज ऑफ डार्कनेस' (Rudra: The Edge of Darkness) आखिरकार रिलीज हो गई है।
कहानी मुंबई पुलिस के स्पेशल क्राइम यूनिट की है। कहानी के केंद्र में डीसीपी रुद्रवीर सिंह हैं, जिसका किरदार अजय देवगन ने निभाया है।
रुद्रवीर का दिमाग और काम दोनों जबरदस्त है। वह जुर्म की तह तक पहुंचने के लिए नियमों को तोड़ने से भी परहेज नहीं करता।
यही कारण है कि डिपार्टमेंट में कुछ लोग उसे पसंद नहीं करते और इस कारण उसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
यह साइकोलॉजिकल क्राइम थ्रिलर है, जो आपको एक अलग ही मिस्ट्री ट्रिप पर ले जाती है।
'रुद्रा: द ऐज ऑफ डार्कनेस' बीबीसी की सीरीज 'लुथर' का हिंदी रीमेक है। शो में 6 एपिसोड्स हैं। एक लूट और फिर मर्डर मिस्ट्री, 'रुद्रा' इसी दिशा में आगे बढ़ती है।
वैसे किसी भी थ्रिलर कहानी से दर्शकों को बांधे रखने का कोई सटीक फॉर्मूला नहीं होता। खासकर तब, जब आप किसी दूसरे देश के, दूसरी भाषा के शो को अपने दर्शक के हिसाब से बना रहे हों।
'रुद्रा: द ऐज ऑफ डार्कनेस' के मेकर्स ने यहां एक नियम जरूर फॉलो किया है और वह यह जितना संभव हो इसे सरल, सीधा और सहज रखें।
मेकर्स ने असली कहानी को देसी अंदाज में ढालने पर बखूबी मेहनत की है। बिना वक्त गंवाए डायरेक्टर राजेश मापुस्कर दर्शकों को सीधे कहानी में डुबकी लगवाते हैं।
पहले ही फ्रेम से आप डीसीपी रुद्रवीर सिंह के साथ सफर पर निकल पड़ते हैं। रुद्रवीर सात महीने से सस्पेंड है। उसका सस्पेंशन हटाया जाता है।