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दुनिया में ऐसे बहुत से व्यापार घिनौने या अवैध होते है जिन्हे उनके क्षेत्राधिकार और परिस्थितियों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है । ऐसे कई प्रकार के व्यवसाय हैं जो कानून द्वारा अवैध घोषित किए जाते हैं। जिन्हे कुछ उदाहरणों के द्वारा समझा जा सकता है ।
1 मनी लॉन्ड्रिंग का व्यवसाय
2 बिना लाइसेंस के जुआ खेलाने का कारोबार
3 वेश्यावृत्ति का धंधा
4 अवैध या नकली दवा कारोबार
5 नकली सामान का कारोबार
6 पोंजी या चिट फंड का व्यवसाय
यह नोट करना महत्वपूर्ण है कि जिसे अवैध माना जाता है वह देश और क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकते है, और कानून समय के साथ बदल सकते हैं। वहीं भारत में भी घिनौने व्यापार बहुतायत मात्रा में किए जा रहे हैं जिन्हे आसानी से चिन्हित किया जा सकता है ।
ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें भारत में “घिनौना व्यवसाय” माना जा सकता है, लेकिन कुछ सबसे आम चीजों में भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, रिश्वतखोरी, काला बाजार की गतिविधियां और अवैध व्यापार प्रथाएं शामिल हैं।
ये मुद्दे भारत में एक सतत समस्या रहे हैं, और सरकार भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों, नियामक सुधारों और सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने जैसे विभिन्न उपायों के माध्यम से उन्हें दूर करने के लिए कदम उठा रही है।
भारत में प्रचलित घिनौने या अवैध रूप से कई प्रकार के व्यवसाय हैं, जो विशेष क्षेत्रों या उद्योगों में अधिक प्रचलित हैं।
कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:
नशीली दवाओं की तस्करी: हेरोइन, कोकीन और मेथामफेटामाइन जैसी दवाओं का अवैध उत्पादन, वितरण और बिक्री।
मानव तस्करी: जबरन श्रम या यौन शोषण के उद्देश्य से मानव का अवैध व्यापार।
जालसाजी: जाली सामानों का उत्पादन और बिक्री, जैसे मुद्रा, डिजाइनर हैंडबैग और इलेक्ट्रॉनिक्स।
वन्यजीवों की तस्करी: लुप्तप्राय जानवरों और उनके अंगों का अवैध व्यापार, जैसे हाथी दांत और गैंडे की सींग।
साइबर अपराध: अवैध गतिविधियाँ जो ऑनलाइन होती हैं, जैसे हैकिंग, पहचान की चोरी और धोखाधड़ी।
पायरेसी: संगीत, फिल्म और सॉफ्टवेयर जैसी कॉपीराइट सामग्री का अनधिकृत उपयोग या पुनरुत्पादन।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इनमें से किसी भी अवैध व्यवसाय में शामिल होने से गंभीर कानूनी और नैतिक परिणाम हो सकते हैं। और ऐसे अपराधी कानून के दायरे में आने से अधिक दिन नही बच सकते । सामाजिक जागरूकता और शासन के सहयोग से इन गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सकता है ।