Pandit Birju Maharaj Passed Away: दुनियाभर में अपने कथक नृत्य के लिए मशहूर रहे बिरजू महाराज (Birju Maharaj) का रविवार देर रात निधन हो गया. बिरजू महाराज अगले महीने 84 साल के होने वाले थे. उन्हें 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. इसके साथ ही इन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिला है. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी थी.
महान कथक नृतक बिरजू महाराज के निधन पर उनकी पोती रागिनी महाराज ने बताया, पिछले एक महीने से उनका इलाज चल रहा था. बीती रात उन्होंने मेरे हाथों से खाना खाया, मैंने कॉफी भी पिलाई. वे रात के भोजन के बाद अंताक्षरी खेल रहे थे, जब अचानक सांस लेने में तक़लीफ होने लगी. हम उन्हें अस्पताल ले गए लेकिन उन्हें बचाया न जा सका.
पीएम मोदी समेत राजनेताओं ने जताया शोक
भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! pic.twitter.com/PtqDkoe8kd
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2022
बिरजू महाराज के निधन की खबर आने के बाद से बॉलीवुड और तमाम राजनेता सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं है. पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी बिरजू महाराज के निधन पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने तस्वीर शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!’
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पंडित बिरजू जी महाराज भारत की कला और संस्कृति के प्रवर्तक थे. उन्होंने कथक नृत्य के लखनऊ घराने को दुनियाभर में लोकप्रिय बनाया. उनके निधन से गहरा दुख हुआ है. उनका निधन कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है.’
यूपी के मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कथक सम्राट, पद्म विभूषण पंडित बिरजू महाराज जी का निधन अत्यंत दुःखद है. उनका जाना कला जगत की अपूरणीय क्षति है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.’