
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सासंदी जाने के मामले पर चुप्पी साधे रखी। इसे लेकर राजनीतिक हलकों में खूब कयास लगाए गए। हालांकि, सीएम नीतीश ने खुद इस बात से पर्दा हटा दिया है कि वे राहुल गांधी को मानहानि केस में सजा होने और उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के मामले पर चुप क्यों हैं। हालांकि, उन्होंने अब भी इस मामले पर राहुल का समर्थन नहीं किया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को पटना में सम्राट अशोक जयंती समारोह में शामिल हुए। इस दौरान पत्रकारों ने जब उनसे राहुल गांधी के मामले में चुप्पी पर सवाल किया तो सीएम ने कारण बताया। उन्होंने कहा कि वे कोर्ट के किसी भी मामले में प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। जहां तक राहुल गांधी की बात है, उस पर उनकी पार्टी (जेडीयू) के लोगों ने अपनी बात रख दी है।
2024 के चुनाव में विपक्षी एकता के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि हम तो चाहते हैं कि अधिक से अधिक दल एक साथ आएं, मगर अब भी वे कांग्रेस का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसकी पहल करे, तो अच्छा होगा।
बता दें कि राहुल गांधी को मोदी सरनेम केस में गुजरात के सूरत की अदालत ने पिछले दिनों दो साल की सजा सुनाई। इसके बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई। इस मुद्दे पर विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में केंद्र सरकार पर हमला बोला। मगर सीएम नीतीश कुमार की चुप्पी राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बनी रही।