- दिल टूट गया, मेहनत बेकार हुई… हरियाणा चुनाव के नतीजों पर छलका कुमारी सैलजा का दर्द - October 14, 2024
- हरियाणा में INLD के सामने अस्तित्व बचाने का संकट, छिन सकता है पार्टी सिंबल - October 14, 2024
- हरियाणा में यूं ही नहीं 17 को शपथ ले रही बीजेपी सरकार, इसके पीछे छिपा है बड़ा सियासी संदेश - October 14, 2024
पटना: बिहार में चल रहे भूमि सर्वे के बीच पटना हाईकोर्ट में एक वकील ने इस पर रोक लगाने की मांग की है। वकील राजीव रंजन सिंह ने अपनी याचिका में कहा है कि सर्वे में कई खामियां हैं और इससे लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। राजीव रंजन सिंह का कहना है कि बिहार में जिस तरह से जमीन का सर्वे हो रहा है, उसमे कई गंभीर त्रुटियां हैं। उन्होंने अपनी याचिका में बताया है कि इस सर्वे के लिए कोई कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। इससे भविष्य में लोगों के बीच जमीन को लेकर विवाद बढ़ सकते हैं और अदालतों में मुकदमों का अंबार लग सकता है।
बिहार भूमि सर्वे के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में याचिका
याचिका में यह भी कहा गया है कि सर्वे की प्रक्रिया में आम लोगों की परेशानियों का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। राजीव रंजन सिंह ने बताया कि उन्होंने इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को 7 सितंबर को एक ज्ञापन भी दिया था, लेकिन उन्हें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। याचिका में आगे कहा गया है कि जमीन के अधिकार को लेकर पहले से ही कई मामले अदालतों में लंबित हैं। ऐसे में बिना तैयारी के जल्दबाजी में किया गया यह सर्वे लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है।
इस त्रुटिपूर्ण सर्वे से बिहार की स्थिति खराब होगी- याचिकाकर्ता
एक स्थानीय अखबार के मुताबिक पटना हाईकोर्ट में दायर की गई इस याचिका में राजीव रंजन सिंह ने कहा है कि सर्वे कराने के लिए किसी प्रकार के कानूनी सिस्टम को नहीं अपनाया गया है। जिस तरह से सर्वे किया जा रहा है, उससे बिहार की स्थिति खराब होगी। लोगों के बीच झगड़े और परेशानी की आशंका भी है और इसके चलते भविष्य में मुकदमेबाजी बढ़ेगी। अदालतों में जमीन से जुड़े मामलों का बोझ बढ़ेगा। सर्वेक्षण में आम जनता को होने वाली परेशानियों की अनदेखी की गई है।