होली बाद तेजस्वी बनेंगे बिहार के मुख्यमंत्री? CM नीतीश के इशारे और लालू के बयानों के समझिए मायने

Will Tejashwi become the Chief Minister of Bihar after Holi? Understand the meaning of Nitish's gesture and Lalu's statements
Will Tejashwi become the Chief Minister of Bihar after Holi? Understand the meaning of Nitish's gesture and Lalu's statements
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पटना : होली कब है ? भले ये सवाल 15 अगस्त 1975 में बनी फिल्म ‘शोले’ में गब्बर सिंह ने अपने साथियों से पूछी हो। फिलहाल, ये सवाल इन दिनों बिहार की सियासी फिजां में तैर रहा है। राज्य में जारी राजनीतिक फिल्म ‘नेतृत्व’ का जैसे ट्रेलर चल रहा है। सूबे में महागठबंधन की सरकार है। उसके मुखिया नीतीश कुमार हैं। सहयोगी के रूप में
तेजस्वी यादव सियासी पिच पर लगातार चौके-छक्के मार रहे हैं। कम समय में ही राजद (RJD) सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) की राजनीतिक कसौटी पर खरे उतरे तेजस्वी (Tejashwi Yadav) के भविष्य को लेकर बयानबाजी और अटकलों का बाजार गरम है।

‘इशारों को अगर समझो’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने (Nitish Kumar) तेजस्वी (Tejashwi Yadav) की ओर इशारा करते हुए बयान दिया। दिल्ली में लालू (Lalu Prasad Yadav) की ओर से तेजस्वी को लेकर बड़ी बात कही गई। दोनों बयानों के आईने में तेजस्वी का सियासी भविष्य देखने से पहले कुछ दिन पीछे चलते हैं। 21 सितंबर को राजधानी पटना में राजद के राज्य परिषद की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में पूरा लालू परिवार मौजूद था। राज्य के कोने-कोने से नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे। बैठक के दौरान जब पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी बोलने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने कहा नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आश्रम खोलकर राजनीतिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने की बात कहते रहे हैं। इसलिए हम उन्हें याद दिला रहे हैं कि 2025 में आश्रम खोलिए और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनवाइए। उसके बाद वह भी उनके साथ आश्रम चले जाएंगे और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे।

आश्रम का ‘सियासी’ कनेक्शन
शिवानंद तिवारी जब ये बात बोल रहे थे। लालू परिवार मंच पर बैठकर मुस्कुरा रहा था। उसके बाद जेडीयू ने तत्काल शिवानंद तिवारी पर हमला बोला। जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा नीतीश (Nitish Kumar) कोई आश्रम खोलने वाले नहीं हैं। करोड़ों लोगों की दुआएं उनके साथ है। शिवानंद तिवारी के बयान पर अभी सियासत चल ही रही थी कि सीएम नीतीश एक कार्यक्रम में तेजस्वी की ओर इशारा करते हुए बड़ी बात कह बैठे। ज्ञान भवन में पशु चिकित्सा पदाधिकारियों और मत्स्य विकास पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम चल रहा था. उसी दौरान मंच पर संबोधित करने पहुंचे सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कि यहां मौजूद माननीय मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी। फिर क्या था। राजद में खुशी की लहर दौड़ी। बीजेपी तिलमिलाकर नीतीश कुमार पर तंज कसने लगी।

‘नेतृत्व’ पर तेजस्वी की नजर !
बात ज्ञान भवन के मंच पर हुई। चर्चा सियासी गलियारे में चल पड़ी कि बिहार का नेतृत्व अब तेजस्वी ही करेंगे। हालांकि, सीएम नीतीश उससे पूर्व भी मीडिया से बातचीत में तेजस्वी की ओर इशारा करते हुए बोल चुके थे कि अब इन्हीं यानि तेजस्वी को आगे बढ़ाना है। नीतीश कुमार का तेजस्वी को लेकर अचानक उमड़े इस प्रेम ने महागठबंधन में खलबली पैदा कर दी। जेडीयू के नेता सफाई देने में जुट गए। वहीं, दूसरी ओर राजद नेताओं के दिमाग में ‘नेतृत्व’ नाम की फिल्म चलने लगी। बयानों का दौर शुरू हो गया। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बयानों में बिहार का ताज तेजस्वी के माथे देखने वाले राजद नेताओं की खुशी उस वक्त दुगनी हो गई। जब दिल्ली में लालू यादव ने तेजस्वी (Tejashwi Yadav) को लेकर बड़ी बात कह दी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नामांकन भरने के बाद लालू यादव ने नीतीश कुमार और तेजस्वी के भविष्य को लेकर बड़े संकेत दे दिये। लालू ने कहा कि वो चाहते हैं कि तेजस्वी यादव बिहार को संभालें, नीतीश को दिल्ली भेजेंगे।

बुजुर्ग नेता की अनुभवी बातें !
दिल्ली में दिये गए लालू प्रसाद यादव के बयान को 24 घंटे भी नहीं बीते थे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दिल्ली में ही बड़ा ऐलान कर दिया। जगदानंद सिंह ने 29 सितंबर को दिल्ली में कहा। नीतीश कुमार की घोषणा के अनुसार ऐसा लग रहा है कि वे 2022 बीतने के बाद 2023 में देश की लड़ाई लड़ेंगे। नीतीश कुमार बिहार के भविष्य की लड़ाई तेजस्‍वी यादव के हाथों सौंप देंगे। जगदानंद सिंह ने कहा कि देश नीतीश कुमार का तो बिहार तेजस्‍वी यादव का इंतजार कर रहा है। उसके बाद शुक्रवार को पटना पहुंचते ही उन्होंने एक और तीर छोड़ दिया। पत्रकारों से बातचीत में कह दिया कि जब देश का नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे, तो बिहार का नेतृत्व तेजस्वी यादव ही करेंगे।

बिहार में ‘नेतृत्व’ नाम की फिल्म चल रही है !
जगदानंद सिंह के बयान के बाद बिहार के सियासी गलियारे में एक बार फिर ‘नेतृत्व’ नाम की फिल्म चलने लगी। बयानों के विलेन बोलने लगे। जेडीयू नेताओं ने जगदानंद सिंह पर बुजुर्गियत हावी होने की बात कह दी। मंत्री जमा खान ने कहा कि जगदानंद सिंह किसे सीएम बना रहे हैं। उन्हीं से जाकर पूछ लीजिए। अभी जेडीयू नेता अपनी राजनीतिक भड़ास निकाल भी नहीं पाए थे कि सियासी फिजां में राजद विधायक भाई वीरेंद्र का बयान तैरने लगा। भाई वीरेंद्र ने कहा कि आज न कल तेजस्वी यादव (Nitish Kumar) की ताजपोशी होनी ही है। देश में नौजवानों की संख्या ज्यादा है। बिहार में सबसे ज्यादा युवा हैं। सबकी पसंद तेजस्वी यादव हैं। भविष्य के सीएम तेजस्वी ही हैं। हम बस सही समय का इंतजार कर रहे हैं। एक कदम आगे बढ़कर भाई वीरेंद्र ने यहां तक कह दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद तेजस्वी की ताजपोशी करेंगे और वे केंद्र की राजनीति में चले जाएंगे।

ताजपोशी के दिन होगी होली !
नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और जगदानंद सिंह के साथ भाई वीरेंद्र के बयानों। जेडीयू की ओर से मिली ठंडी प्रतिक्रिया। ये साफ बता रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की नजर मिशन 2024 पर है। जिले लेकर वे विपक्षी दलों को एक करने की कवायद में जुटे हुए हैं। भले वो ये कहते रहें कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने की इच्छा नहीं है। उनका लक्ष्य सिर्फ मजबूत विपक्ष बनाना है। नीतीश के इन बयानों के बीच में लालू प्रसाद यादव और जगदानंद सिंह के बयानों ने कई सियासी अटकलों को हवा दे दी है। अब कहने वाले कह रहे हैं। इन्हीं सियासी अटकलों के बल पर बिहार में मौका लगते ही तेजस्वी होली, दिवाली और दशहरा के मौके पर राजनीतिक चौके-छक्के जड़ेंगे !