- दिल टूट गया, मेहनत बेकार हुई… हरियाणा चुनाव के नतीजों पर छलका कुमारी सैलजा का दर्द - October 14, 2024
- हरियाणा में INLD के सामने अस्तित्व बचाने का संकट, छिन सकता है पार्टी सिंबल - October 14, 2024
- हरियाणा में यूं ही नहीं 17 को शपथ ले रही बीजेपी सरकार, इसके पीछे छिपा है बड़ा सियासी संदेश - October 14, 2024
भोपाल: मध्य प्रदेश में मतदान हो चुका है। 230 सीटों पर जो भी उम्मीदवार चुनकर आएंगे, उनकी किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे, लेकिन उससे पहले नतीजों की तारीख में बदलाव की मांग की गई है। दरअसल 3 दिसंबर को भोपाल गैस कांड की बरसी भी है। ऐसे में भोपाल गैस त्रासदी से बचे लोगों के बीच काम करने वाले चार एनजीओ के समूह ने मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन दिया है।
इस ज्ञापन में वोटों की गिनती की तारीख बदलने की मांग की गई है। इसमें लिखा है कि 3 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी है, जो दुनिया की सबसे भयानक औद्योगिक आपदा है। चार एनजीओ के समूह ने मुख्य चुनाव आयुक्त को एक संयुक्त ज्ञापन दिया है। इसमें लिखा है कि यह दिन शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मृतकों को श्रद्धांजलि दी जाती है। आपदा में मारे गए व्यक्तियों को याद किया जाता है और बचे लोग न्याय की मांग को लेकर मार्च और विरोध प्रदर्शन भी करते हैं।
ऐसे महत्वपूर्ण अवसर पर, यदि उस दिन चुनाव परिणाम घोषित किए जाते हैं, तो विजयी उम्मीदवार रैलियां निकालेंगे, पटाखे फोड़े जाएंगे और रंग छिड़के जाएंगे, जो सही नहीं होगा। उन्होंने भारत के चुनाव आयोग से कम से कम मध्य प्रदेश में वोटों की गिनती की तारीख 3 दिसंबर से किसी और दिन करने की मांग की है।