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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्यभर में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट पर बैन लगा दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद जिम्मेदार अधिकारी ऐक्शन मोड में आ गए हैं। बाजारों में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्टस की बिक्री न हो पाए, इसको लेकर लगातार छापेमारी जारी है। राजधानी लखनऊ में मंगलवार को भी खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने बाजारों में छापेमारी की। अधिकारियों की मानें तो अभी तक कहीं से भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट की बिक्री होते हुए नहीं पाई गई है। इसको लेकर हजरतगंज थाने में दर्ज एफआईआर की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है।
बस्ती में फूड विभाग ने छापेमारी करते हुए हलाल हॉलमार्क के कई प्रोडक्ट को कब्जे में लेते हुए सैंपल कलेक्ट किए। वहीं, मुजफ्फरनगर में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक मॉल पर छापेमारी करते हुए हलाल प्रमाणित उत्पादन ज़ब्त कर लिए। विभागीय अधिकारियों की छापेमारी से मॉल में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने 18 नवंबर को हलाल प्रमाणित उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। टीम में शामिल अधिकारियों ने दाल, चावल और अन्य खाद्य पदार्थ के पैकेट ज़ब्त कर लिए। सोनभद्र जिले के ओबरा क्षेत्र के रिलायंस फूड स्टोर पर मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापा मारा। इस दौरान विभाग की टीम ने हलाल सर्टिफिकेशन वाले खाद्य पदार्थों को सील कर दिया।
दरअसल, एफएसडीए की टीम ने हलाल उत्पादों का निरीक्षण करने के लिए फ्लिपकार्ट बेस्ट प्राइस स्टोर पहुंची थी, जहां एफएसडीए के सहायक आयुक्त शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट को घरेलू बाजार में बेचने पर रोक लगाई गई है। इसी क्रम में विभाग की 6 टीमें लखनऊ में जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह जानकारी ली जा रही है कि जिले में कहीं भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट बिक तो नहीं रह है। शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि इसको लेकर सोमवार को भी कई स्थानों पर छापेमारी की थी और मंगलवार को भी सभी 6 टीमें जांच कर रही हैं, लेकिन अभी तक हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट के बिकने की जानकारी नहीं मिली है।
मिलने पर कार्रवाई की जाएगी- शैलेंद्र सिंह
शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि अगर कहीं भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट बिकता हुआ मिलेगा तो उसका सैंपल लेते हुए उसको सीट करने की कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि खाद्य से जुड़े जो पैकिंग के प्रोडक्ट हैं, उनकी जांच हमारे द्वारा की जा रही है, जिससे जिले में कहीं भी पैकिंग के खाद पदार्थों की बिक्री न होने पाए।
अब तक कहीं नहीं मिला हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट
कानपुर के खाद्य सुरक्षा आयुक्त विजय प्रताप सिंह ने बताया कि 20 नवंबर को हमने 23 स्थानों पर (हलाल उत्पाद प्रतिबंध के संबंध में) छापे मारे। हमने निरीक्षण और परीक्षण किया, लेकिन हमें इन स्थानों से ऐसा कोई उत्पाद नहीं मिला है। प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए आज भी हमने 10 जगहों पर छापेमारी की। अगर हमें ऐसा कोई उत्पाद मिलेगा तो हम निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे।
17 नवंबर को हजरतगंज कोतवाली में दर्ज हुआ था मुकदमा
बता दें 17 नवंबर को हजरतगंज कोतवाली में ऐशबाग के मोतीझील निवासी शैलेंद्र कुमार शर्मा ने चेन्नई की हलाल इंडिया, दिल्ली की जमीयत उलेमा हिंद हलाल ट्रस्ट, मुंबई की हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया और जमीयत उलेमा समेत अन्य के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज करवाया था। इसके बाद सीएम योगी ऐक्शन में आ गए थे। अब इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है। एसटीएफ इस मामले में आतंकी संगठनों को फंडिंग की साजिश की जांच करेगी।