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आरा : बिहार के आरा में एक हवलदार के बेटे की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई. मृतक के परिजन उसके दोस्तों पर ही मामूली विवाद को लेकर निर्मम हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं. घटना शहर के चंदवा बांध एरिया के दलपतपुर नदी के पास की है. बताया जा रहा है कि मृत युवक पिछले शुक्रवार को अपने घर से दोस्तों के साथ निकला था. इसके बाद से वह घर नहीं आया. इसके बाद 27 नववंबर को उसका शव दलपतपुर नदी के गहरे पानी के पास एक बोरे में बंद मिला.
3 दिन पहले बहाना बना ले गए थे घर से
मृत युवक के शरीर पर गोली लगने और चेहरा के साथ पूरे बॉडी पर जले हुए का निशान है. जिसको लेकर लोगों का कहना है कि मृतक को उसके दोस्तों द्वारा तीन दिन पहले घर से बहाना बनाकर बुलाया गया. इसके बाद उसे सुनसान जगह ले जाकर तीन गोली मारी गई. फिर उसके चेहरे और शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर जलाया और बाद में बदमाशों ने बोरे में शव को बांध नदी के गहरे पानी में फेंक दिया. फिर हत्यारोपी एक एक कर मौके से फरार हो गए.
बीए प्रथम वर्ष का छात्र था युवक
मृतक मूलरूप से बक्सर जिले के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के अरख गांव निवासी नागेन्द्र सिंह का 18 वर्षीय बेटा ओमकेश सिंह है. जो वर्तमान में आरा के नवादा थाना क्षेत्र के उमानगर मुहल्ला स्थित किराए के मकान में पूरे परिवार के साथ रहता था. और वो बीए फर्स्ट ईयर का छात्र भी था. मृतक के पिता नागेन्द्र सिंह सहरसा जिले में बिहार पुलिस में बतौर हवलदार के पद पर कार्यरत हैं. इधर घटना की जानकारी मिलते ही मृत युवक के परिजनों में कोहराम मच गया है. परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. फिलहाल पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर आरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद पूरे घटनाक्रम की छानबीन में जुट गई है.
3 दिनों की तलाश के बाद मिला शव
मृतक के ममेरे भाई विकास कुमार की मानें तो उनका भाई ओमकेश सिंह पिछले 24 तारीख को दोपहर एक बजे अपने दोस्तों के साथ घर से निकला था. जब देर रात तक वो घर नहीं लौटा तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की. लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला. इसके बाद परिजन इसकी सूचना स्थानीय थाना पुलिस को दी और उसके दोस्त सुमित का नाम बताया जिसके साथ वो घर से निकला था. पुलिस ने जब सुमित से पुछताछ की तो उसने उसे मझौआ बांध के पास छोड़ने की बात बताई. करीब तीन दिनों तक खोजबीन के बाद आज उसका शव नदी के गहरे पानी में चोकर के बोरे से बरामद किया गया है. मेरे भाई के शरीर पर गोली मारने और पेट्रोल छिड़क उसके शरीर को विभत्स तरीके से जलाकर हत्या की गई.
हालांकि मृतक के ममेरे भाई विकास कुमार ने मामूली विवाद में उसके दोस्तों द्वारा हत्या किए जाने का आरोप लगाया है. वहीं इस हत्या की घटना के बाद मामले की छानबीन में जुटे नगर थाना में तैनात एसआई मोहम्मद अली से जब घटना के बारे में पूछा गया तो सीनियर अधिकारियों का हवाला देते हुए कैमरे पर कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया. बहरहाल, इस निर्मम हत्या के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है.