- बिहार के प्रीपेड स्मार्ट मीटर ग्राहकों के लिए बड़ी खबर, सोमवार तक कर लें ये काम; नहीं तो गुल हो जाएगी बिजली! - May 17, 2024
- बिहार में आसमान से बरसी मौत की आफत, ठनका गिरने से 3 की गई जान - May 17, 2024
- केके पाठक के रडार पर प्राइवेट स्कूल, अब इन विद्यालयों पर लगेगा ताला; जारी किया फरमान - May 17, 2024
इंदौर. आमतौर पर अप्रैल को गर्मी वाला महीना माना जाता है और इस माह में लू भी चलती है, लेकिन संभवत: ऐसा पहली बार हो रहा है, जब इस माह में मौसम में इस तरह का बदलाव देखा जा रहा है. इसके चलते इन दिनों प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश और ओले गिरने के साथ ही तेज हवाएं चल रही हैं, तो पूरे प्रदेश में गर्मी से राहत जरूर महसूस की जा रही है, लेकिन इस बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलें चौपट हो गई हैं. कई जगह खुले में पड़ा अनाज भी खराब हो गया है.
इंदौर-भोपाल सहित 15 जिलों में यलो अलर्ट
बुधवार को भोपाल, उज्जैन समेत कई जिलों में आंधी के साथ बारिश हुई. भोपाल, शाजापुर में ओले भी गिरे. कुछ ऐसा ही मौसम 11 अप्रैल को भी बना रहेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार को इंदौर, भोपाल, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, धार, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम और बैतूल में यलो अलर्ट है. यहां भी बारिश-ओले का अनुमान है. इसी प्रकार नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट में गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने का अनुमान है.
तीन दिनों से दौर जारी
अभी तक देखने में आया है कि अप्रैल माह में कुछ ही दिन बादल छाते हैं और बारिश होती है, लेकिन इस वर्ष अप्रैल में तीन दिन से बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है. हालांकि बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है और तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अभी एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है. ट्रफ लाइन भी गुजर रही है. इस कारण एक सप्ताह तक मौसम ऐसा ही बना रह सकता है.
1 से सवा इंच तक बारिश
मौसम में बदलाव का ऐसा असर हो रहा है कि सिवनी के केवलारी में सबसे ज्यादा 32 मिमी यानी सवा इंच बारिश दर्ज की गई, वहीं छिंदवाड़ा के हर्रई, देवास के खातेगांव में भी 1 इंच से ज्यादा पानी गिरा. प्रदेश के सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, बालाघाट, शहडोल, दमोह, रीवा, सागर, जबलपुर, भोपाल, हरदा, देवास, बैतूल, खंडवा, सीहोर और शाजापुर के कुल 74 श्ड्डाहर-कस्बों में बारिश दर्ज की गई.